योगी सरकार ने किसानों को दी बड़ी सौगात,30 रुपये प्रति कुंतल बढ़ाया गन्ने का मूल्य,जानें अब कितना होगा दाम
योगी सरकार ने किसानों को दी बड़ी सौगात,30 रुपये प्रति कुंतल बढ़ाया गन्ने का मूल्य,जानें अब कितना होगा दाम

29 Oct 2025 |   37



ब्यूरो धीरज कुमार द्विवेदी 

लखनऊ।उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने गन्ना किसानों को बड़ी सौगात दी है।सरकार ने गन्ने के मूल्य में बढ़ोत्तरी का ऐलान किया है।गन्ने के मूल्य में प्रति कुंतल 30 रुपये की बढ़ोत्तरी की गई है।अब अगेती प्रजाति के गन्ने का मूल्य  400 रुपये प्रति कुंतल और सामान्य प्रजाति के गन्ने का मूल्य 390 रुपये प्रति कुंतल किया गया है।यह ऐलान पेराई सत्र 2025-26 के लिए किया गया है।गन्ना मूल्य बढ़ने से किसानों को 3000 करोड़ रुपये का अतिरक्ति भुगतान किया जाएगा।

योगी सरकार ने किया दावा,2017 से अब तक चार बार बढ़ाया गन्ने का समर्थन मूल्य 

योगी सरकार ने दावा किया है कि 2017 से अब तक चार बार गन्ने का समर्थन मूल्य बढ़ाया गया है।बीते साढ़े 8 वर्षों में गन्ना किसानों को 2,90,225 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड भुगतान किया गया है। इसके पहले  2007 से 2017 तक मात्र 1,47,346 करोड़ रुपये का गन्ना मूल्य भुगतान किया गया था। पिछली सरकारों के 10 वर्षों की तुलना में 1,42,879 करोड़ रुपये अधिक भुगतान योगी सरकार में हुआ।

योगी सरकार का दावा कि 46 लाख किसानों को होगा फायदा

इस बारे में गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने बुधवार को लोकभवन में प्रेस कांफ्रेंस करके विस्तार से जानकारी दी।गन्ना मंत्री ने कहा कि प्रदेश में गन्ने के मूल्य में ऐतिहासिक वृद्धि की गई है।प्रदेश में गन्ने का मूल्य महाराष्ट्र और कर्नाटक से ज्यादा है। उन्होंने कहा कि इस फैसले से किसानों को 3 हजार करोड़ रुपये का लाभ मिलेगा। इस निर्णय से प्रदेश के 46 लाख किसान लाभांवित होंगे।।।

सपा-बसपा की सरकारों से 1.42 लाख करोड़ अधिक भुगतान

गन्ना मंत्री ने बताया कि योगी सरकार के कार्यकाल में गन्ना किसानों को अब तक 290225 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है। वर्ष 2007 से 2017 के बीच सपा और बसपा सरकारों में किसानों को मात्र 147346 करोड़ रुपये का भुगतान हुआ था।योगी सरकार ने मात्र साढ़े आठ वर्षों में पिछली सरकारों के मुकाबले 142879 करोड़ अधिक भुगतान कर इतिहास रचा है।

4 नई मिलें लगीं, 6 दुबारा शुरू हुईं, 42 में क्षमता विस्तार

गन्ना मंत्री ने बताया कि प्रदेश में वर्तमान में 122 चीनी मिलें चल रही हैं,जिससे उत्तर प्रदेश देश में दूसरे स्थान पर है। पूर्ववर्ती सरकारों के कार्यकाल में,जहां 21 मिलें औने-पौने दामों पर बेची गई थीं, वहीं योगी सरकार में इस उद्योग में 12000 करोड़ रुपये का निवेश आकर्षित हुआ है। पिछले आठ वर्षों में 4 नई चीनी मिलें स्थापित की गईं, 6 बंद मिलें पुनः शुरू की गईं और 42 मिलों की उत्पादन क्षमता में विस्तार हुआ।इससे प्रदेश में 8 नई बड़ी मिलों के बराबर उत्पादन क्षमता में वृद्धि दर्ज हुई है। दो मिलों में सीबीजी संयंत्र स्थापित किए गए हैं, जिससे गन्ना क्षेत्र में वैकल्पिक ऊर्जा उत्पादन को भी बल मिला है।

यूपी स्मार्ट गन्ना प्रणाली देश में मॉडल

गन्ना मंत्री ने बताया कि प्रदेश सरकार ने स्मार्ट गन्ना किसान प्रणाली के माध्यम से गन्ना क्षेत्रफल,सट्टा,कैलेंडरिंग और पर्ची जारी करने की प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन कर दी है।अब किसानों को उनकी गन्ना पर्ची सीधे मोबाइल पर प्राप्त होती है और भुगतान डीबीटी के माध्यम से उनके बैंक खातों में पहुंचता है। इस प्रणाली को भारत सरकार ने मॉडल सिस्टम घोषित किया है, जिससे बिचौलियों की भूमिका पूरी तरह समाप्त हो गई है।
 

एथेनॉल उत्पादन में चार गुना वृद्धि, गन्ना क्षेत्रफल में यूपी पहले स्थान पर

गन्ना मंत्री ने बताया कि एथेनॉल उत्पादन में भी उत्तर प्रदेश ने नया कीर्तिमान स्थापित किया है। एथेनॉल उत्पादन 41 करोड़ लीटर से बढ़कर 182 करोड़ लीटर तक पहुंच गया है और आसवनियों (डिस्टिलरी) की संख्या 61 से बढ़कर 97 हो गई है। इस सबका नतीजा है कि प्रदेश में गन्ना क्षेत्रफल 20 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 29.51 लाख हेक्टेयर तक पहुंच चुका है, जिससे उत्तर प्रदेश देश में प्रथम स्थान पर आ गया है।

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