धनंजय सिंह
लखनऊ।उत्तर प्रदेश पुलिस को नया मुखिया मिलने जा रहा है। 1994 बैच के तेजतर्रार आईपीएस अधिकारी सुजीत कुमार पांडेय 1 दिसंबर को यूपी के पुलिस महानिदेशक का पदभार संभालेंगे।वर्तमान में सुजीत कुमार पांडेय लखनऊ जोन के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी) के रूप में कार्यरत हैं।अपनी सख्त कार्यशैली और अनुशासनप्रिय रवैये के कारण पुलिस महकमे में सुजीत कुमार पांडेय को आयरन ऑफिसर के नाम से जाना जाता है।
लखनऊ के पहले पुलिस कमिश्नर के रूप में रचा इतिहास
सुजीत कुमार पांडेय का नाम उस अधिकारी के रूप में दर्ज है,जिसने सूबे की राजधानी लखनऊ पुलिसिंग में नया अध्याय जोड़ा। जनवरी 2020 में जब लखनऊ में कमिश्नरेट प्रणाली लागू की गई,तब सुजीत कुमार पांडेय लखनऊ के पहले पुलिस कमिश्नर बने।सुजीत कुमार पांडेय न केवल अपराध नियंत्रण में सुधार किया बल्कि पुलिस की साख और भरोसे को भी नई दिशा दी।इससे पहले सुजीत कुमार पांडेय प्रयागराज जोन और पीएसी मुख्यालय जैसे अहम पदों पर रह चुके हैं,जहां उनकी कार्यकुशलता और निर्णय क्षमता की व्यापक सराहना हुई।सुजीत कुमार पांडेय ने पुलिस सेवा के दौरान राज्य और राष्ट्रीय दोनों स्तरों पर कई अहम जिम्मेदारियां संभाली हैं।
राष्ट्रीय स्तर पर मिली है पहचान
राष्ट्रीय स्तर पर भी सुजीत कुमार पांडेय की पहचान एक सशक्त और परिणामोन्मुख अधिकारी की रही है। सुजीत कुमार पांडेय को केंद्र सरकार में डीजी/डीजी-समकक्ष पद के लिए चयनित किया गया था,जो उनकी पेशेवर प्रतिष्ठा का प्रमाण है। केंद्र सरकार में प्रतिनियुक्ति के दौरान सुजीत कुमार पांडेय ने सीबीआई में भी कई अहम जिम्मेदारियां निभाईं।इस दौरान सुजीत कुमार पांडेय गाजियाबाद स्थित सीबीआई अकादमी के निदेशक रहे।साथ ही मुंबई में पुलिस अधीक्षक (SP) के रूप में भी उल्लेखनीय सेवाएं दीं।
नई जिम्मेदारी के साथ नई चुनौतियां
राज्यस्तर पर सुजीत कुमार पांडेय की कार्यशैली हमेशा कानून-व्यवस्था को प्राथमिकता,फील्ड में सक्रियता और टीमवर्क के जरिए परिणाम हासिल करने की रही है।डीजी पद पर पदोन्नति के बाद सुजीत कुमार पांडेय के सामने अब राज्य की कानून-व्यवस्था को और सुदृढ़ बनाने की चुनौती होगी। सुजीत कुमार पांडेय के सामने सबसे बड़ी चुनौतियों में साइबर अपराधों का बढ़ता ग्राफ,संगठित अपराध की बदलती रणनीतियां और कानून-व्यवस्था में संवेदनशीलता और सख्ती के बीच संतुलन बनाए रखना शामिल होगा।सुजीत कुमार पांडेय के नेतृत्व से यह उम्मीद की जा रही है कि यूपी पुलिस को एक सख्त,जवाबदेह और आधुनिक सोच वाला नेतृत्व मिलेगा।लखनऊ में बतौर पुलिस कमिश्नर सुजीत कुमार पांडेय ने जिस तरह तकनीक और जनसहभागिता को पुलिसिंग से जोड़ा,अब वही दृष्टिकोण पूरे प्रदेश में लागू करने की संभावना है।पुलिस मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों का मानना है कि सुजीत कुमार पांडेय के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश पुलिस को एक नई दिशा, नई ऊर्जा और सख्त लेकिन मानवीय छवि मिलेगी।