मेरठ।मेरठ जिला जेल में भाई दूज पर एक अनोखा नजारा देखने को मिला।चर्चित सौरभ राजपूत हत्याकांड की आरोपी मुस्कान रस्तोगी ने जेल में भाई दूज मनाया है।गुरुवार को भाई दूज के मौके पर मेरठ जेल के वरिष्ठ जेल अधीक्षक डॉ. वीरेश राज शर्मा ने उन 27 महिला बंदियों से तिलक लगवाया,जिनके भाई मुलाकात के लिए नहीं पहुंचे। पति सौरभ की हत्या के आरोप में प्रेमी साहिल के साथ जेल में बंद मुस्कान के घर से उसका भाई भी जेल नहीं पहुंचा था। ऐसे में जेल अधीक्षक ने मुस्कान से भाई दूज का तिलक लगवाया।
मुस्कान की मां कविता ने बताया है कि परिवार अब मुस्कान से कोई संबंध नहीं रखना चाहता।कविता ने स्पष्ट किया कि अब किसी त्योहार पर वह उससे नहीं मिलेंगे,क्योंकि मुस्कान उनके जीवन का हिस्सा नहीं रही।
बता दें कि भाई दूज पर जेल परिसर में रोली,चावल,मिठाई और जलपान की व्यवस्था की गई।बहनों के लिए छायादार पंडाल लगाए गए, ताकि वह सहजता से पर्व मना सकें। सुबह से ही बंदियों और उनके परिजनों में उत्साह देखने को मिला और देर शाम तक तिलक का क्रम जारी रहा।भाई दूज पर जेल परिसर में डेरा सच्चा सौदा के नेतृत्व में निशुल्क भोजन शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में बंदियों से मिलने आने वाली महिलाओं और बच्चों के लिए भोजन और पेयजल की व्यवस्था की गई।
बता दें कि सौरभ राजपूत हत्याकांड में शव का पंचनामा भरने वाले दारोगा धर्मेंद्र कुमार ने जिला जज कोर्ट में 6 अक्टूबर को बयान दर्ज कराया था।उन्होंने कोर्ट को बताया कि नीले ड्रम में लाश को सीमेंट से जमाया हुआ था। कटर से ड्रम और सीमेंट को काटकर मोर्चरी पर शव को बाहर निकाला गया। लाश टुकड़ों में मिली थी,सिर को धड़ से काटकर अलग किया गया था,दोनों हाथों को भी कलाई से काटकर अलग किया हुआ था। दोनों कटे हुए हाथ एक पॉलीथिन में बंद मिले थे। चाकू भी ड्रम के अंदर ही मिला था।