ब्यूरो धीरज कुमार द्विवेदी
लखनऊ।उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के काकोरी थाना क्षेत्र के शीतला देवी मंदिर में सोमवार रात दलित बुजुर्ग से पेशाब चटवाने की अमानवीय घटना हुई।इस घटना से उत्तर प्रदेश की सियासत गरमा गई है। इसको लेकर विपक्ष योगी सरकार को घेरने में जुटा हुआ है। पूर्व मुख्यमंत्री समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव, पूर्व मुख्यमंत्री बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती,यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय,आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद यूपी प्रभारी संजय सिंह,आजाद समाज पार्टी के सांसद चंद्रशेखर समेत तमाम नेताओं ने योगी सरकार पर हमला बोला है।
इस मामले को लेकर आम आदमी पार्टी के यूपी प्रभारी संजय सिंह ने कहा कि भाजपा राज में दलित होना अपराध है।पासी समाज के इस बुजुर्ग के साथ जानवर जैसा व्यवहार किया गया,यह नया भारत है।आजाद समाज पार्टी के संस्थापक नगीना सांसद चंद्रशेखर आज़ाद ने कहा कि यह सर्फि एक अपराध नहीं,बल्कि दलित विरोधी मानसिकता का नंगा प्रदर्शन है। यह मानवता और संविधान की आत्मा पर प्रहार है।
इससे पहले पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने एक्स पर बुजुर्ग का वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि किसी की भूल का अर्थ ये नहीं कि उसे अपमानजनक अमानवीय सज़ा दी जाए। अखिलेश ने कहा यह भी कहा कि परिवर्तन ही परिवर्तन लाएगा।वहीं अजय राय ने कहा कि लखनऊ की घिनौनी घटना ने पूरे समाज का सिर शर्म से झुका दिया है।यह कोई पहली घटना नहीं है विगत दिनों पहले केरल राज्य में इससे भी घिनौनी घटना हुई। यह सिर्फ एक अपराध नहीं, बल्कि RSS-BJP की दलित विरोधी मानसिकता का सच है।राम ने कहा कि योगी सरकार बताएं,दलितों का अपमान करने वालों पर कब होगी सख्त से सख्त कार्रवाई।
पूर्व सीएम बहुजन बसपा मुखिया मायावती ने प्रयागराज और लखनऊ में हुई घटनाओं को लेकर योगी सरकार को आड़े हाथ लिया है। मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश सहित देश के अन्य राज्यों में दलितों और कमजोर वर्गों के साथ हो रही अमानवीय घटनाएं अत्यंत निंदनीय और चिंताजनक हैं।
पूर्व सीएम मायावती ने एक्स पर लिखा कि प्रयागराज के धूमनगंज थाना क्षेत्र के मुंडेरा चुंगी के पास मामूली कहासुनी में एक दलित व्यक्ति की निर्मम हत्या और लखनऊ में हुई पेशाब कराने जैसी घटनाएं समाज को झकझोर देने वाली हैं। मायावती ने कहा कि इन घटनाओं की चर्चा पूरे मीडिया में है और यह प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती हैं।मायावती ने उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की सरकारों से ऐसी घटनाओं पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
मायावती ने कहा कि समाज में अराजक,आपराधिक और सामंती प्रवृत्तियों का बढ़ना अत्यंत खतरनाक संकेत है। सरकारों को इन तत्वों के खिलाफ सख्त कदम उठाने होंगे ताकि आम जनता में कानून के प्रति विश्वास बहाल हो सके।
मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों की सरकारों को जनहित में कानून का सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित करना चाहिए ताकि इस तरह की शर्मनाक और हिंसक घटनाओं पर रोक लग सके। मायावती ने कहा कि कानून का राज स्थापित करना ही ऐसे अपराधों को समाप्त करने का एकमात्र उपाय है।
बता दें कि बीते सोमवार को रात में 70 वर्षीय बीमार बुजुर्ग रामपाल शीतला माता मंदिर के सामने से गुजर रहे थे।अचानक तबीयत खराब होने पर रामपाल मंदिर की सीढ़ियों पर बैठ गए।इसी दौरान पेशाब छूट गई। यह देखकर मंदिर के सामने स्थित दुकान का मालिक स्वामीकांत उर्फ पम्मू गुस्से में वहां पहुंचा।उसने बुजुर्ग रामपाल से अभद्रता की,गालियां दीं और जबरन पेशाब चटवा दी।इतना ही नहीं उसने बुजुर्ग से पूरा मंदिर धुलवाया और लात मारकर भगा दिया।
बुजुर्ग रामपाल ने बताया कि मैं सांस का मरीज हूं, तबीयत खराब थी,इसलिए मंदिर की सीढ़ियों पर बैठा,गलती से पेशाब हो गई।पम्मू ने कहा इसे चाटो,मैंने डर के मारे चाट लिया।फिर बोला मंदिर धोओ, मैंने धोया भी। उसके बाद उसने लात मारी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना का संज्ञान लिया और बुधवार सुबह दलित बुजुर्ग रामपाल से मुलाकात करने के लिए प्रतिनिधिमंडल को भेजा।प्रतिनिधिमंडल में पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर,मलिहाबाद विधायक जय देवी और मोहनलालगंज विधायक अमरीश रावत सहित कई भाजपा नेता और कार्यकर्ता शामिल रहे। सभी ने बुजुर्ग हालचाल लिया और मदद का भरोसा दिलाया।पूर्व मंत्री कौशल किशोर ने कहा कि जो भी हुआ गलत हुआ है।आरोपी को सजा मिलेगी उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।हम हमेशा ही अन्याय के खिलाफ खड़े हैं। मामले में न्याय होगा। ऐसा व्यवहार किसी के साथ भी नहीं होना चाहिए।