लखनऊ।उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में खाकी पर एक और दाग लग गया।पेपर मिल चौकी इंचार्ज धनंजय सिंह को बुधवार रात आठ बजे दो लाख रुपये की घूस लेते हुए रंगे हाथ एंटी करप्शन ने गिरफ्तार किया है।चौकी इंचार्ज ने गैंगरेप के एक केस में आरोपी कोचिंग संचालक का नाम हटाने के लिए यह रिश्वत मांगी थी।एंटी करप्शन टीम ने सटीक प्लानिंग के तहत चौकी इंचार्ज को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।गिरफ्तारी के दौरान चौकी इंचार्ज ने तेवर दिखाने की कोशिश की,लेकिन टीम के आगे एक नहीं चली।एंटी करप्शन की टीम ने चौकी इंचार्ज को खींचते हुए अपने साथ लेकर चली गई।राजधानी में हुई इस घटना से पुलिस महकमे में हड़कंप मचा है।
पेपर मिल चौकी महानगर थाना के अंतर्गत आती है।पेपर मिल पुलिस चौकी राजधानी लखनऊ के व्यस्त इलाकों में से एक है।एक युवती ने यहां पर कुछ लोगों पर गैंगरेप का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई थी।इसमें कोचिंग संचालक प्रतीक गुप्ता का भी नाम है। प्रतीक का दावा है कि वह निर्दोष है और घटना में फंसाया गया है।चौकी प्रभारी ने मामले की विवेचना के नाम पर नाम हटाने के लिए रिश्वत मांगी। पहले 5 लाख रुपये की मांग की गई,लेकिन बाद में सौदा 2 लाख पर तय हुआ।प्रतीक ने इसकी जानकारी एंटी करप्शन विभाग को दे दी। इसके बाद टीम ने जाल बिछाया और चौकी इंचार्ज धनंजय सिंह को गिरफ्तार कर लिया।
मामले में कोचिंग संचालक प्रदीक गुप्ता ने बताया कि उनके यहां एक लड़की काम करती थी,उसने चार महीने पहले नौकरी छोड़ दी थी,इसके बाद उसने महानगर थाने में रेप का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया।प्रतीक ने बताया कि मामले में लड़की ने मेरा भी नाम जोड़ दिया, इसके बाद मुझे महानगर थाने में पूछताछ के लिए बुलाया गया,यहां मुझे पता चला कि मेरे साथ एक रियाज अहमद नाम के व्यक्ति का नाम भी केस में शामिल था, जबकि मैं रियाज को जानता भी नहीं था।
प्रतीक गुप्ता ने युवती पर आरोप लगाते हुए कहा कि उसने मुझे गैंगरेप के मामले में फंसाकर 50 लाख रुपए की मांग की थी।मैं केस से बचने के लिए 10 लाख देने को तैयार था, लेकिन आरोपियों ने कहा कि जब 50 लाख हो जाएं तो बता देना,वे लड़की का बयान बदलवा देंगे।वहीं मामले में दरोगा ने भी केस से नाम हटाने के लिए रिश्वत मांगी थी,जिसके बाद उसने एंटी करप्शन में शिकायत की।एंटीकरप्शन टीम ने अलीगंज थाने में देर रात मुकदमा दर्ज कराकर चौकी इंचार्ज को पुलिस के सुपुर्द कर दिया।
बता दें कि प्रतीक की 16 अक्टूबर को बेल हुई थी।इसके बाद 19 अक्टूबर को एंटी करप्शन में शिकायत की थी। घूसखोर चौकी इंचार्ज धनंजय सिंह आजमगढ़ जिले के कबा मेहनाजपुर का रहने वाला है।यहां गोमतीनगर विस्तार में रह रहा था।