पीएम मोदी और सीएम हेमंत सोरेन की तस्वीर ने उड़ा दी कांग्रेस के आंखों नींद,जानें सियासत की कहानी: धनंजय सिंह
पीएम मोदी और सीएम हेमंत सोरेन की तस्वीर ने उड़ा दी कांग्रेस के आंखों नींद,जानें सियासत की कहानी: धनंजय सिंह

13 Jul 2022 |  216





लखनऊ।महाराष्ट्र की सियासत में जिस तरह से हाल ही में उद्धव सरकार का अंत हुआ।उद्धव सरकार के इस तरह अंत होने से बाकी राज्यों के क्षेत्रीय दलों में जबरदस्त खौफ पैदा हो गया है।सपने में सिर्फ नरेंद्र मोदी और अमित शाह नजर आ रहे हैं।उद्धव ठाकरे की कुर्सी ही नहीं छिनी बल्कि स्थिति ये हो गई कि बागी खेमे के बागियों ने पार्टी पर भी दावा नाम का जबरदस्त ठप्पा ठोक डाला।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को बाबा बैद्यनाथ की धरती देवघर पहुंचे थे।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देवघर एयरपोर्ट और करोड़ों रुपए के विकास कार्यों का उद्घाटन किया।इस दौरान पूरा देवघर मोदी रंग में नजर आया।देवघर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सोशल मीडिया पर एक तस्वीर जबरदस्त वायरल हो रही है।वायरल तस्वीर में सीएम हेमंत सोरेन पीएम मोदी को मिलकर छोटा मंदिर भेंट कर रहे हैं।चुनाव में विजय और पराजय से अलग हटकर देश में पीएम मोदी की बहुत अधिक लोकप्रियता है तो विदेश में भी बहुत लोकप्रियता है।पीएम मोदी के पास ऐसा जादू है जहां भी जाते हैं वहां के लोग गहरा रिश्ता जोड़ लेते हैं।देवघर से आज जो तस्वीर सामने आई है उस तस्वीर को देखकर कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल की परेशानियां बढ़ गई है।

झारखंड में महागठबंधन की सरकार

झारखंड में झामुमो और कांग्रेस गठबंधन की सरकार है।सबसे अधिक विधायक झारखंड मुक्ति मोर्चा के है। मुख्यमंत्री के सिंहासन पर हेमंत सोरेन बैठे।झारखंड में 81 विधानसभा सीटें हैं। 81 विधानसभा सीटों में झामुमो ने 30, कांग्रेस ने 16, राष्ट्रीय जनता दल ने एक और भारतीय जनता पार्टी ने 25 सीटों पर विजय पताका फहराई।जिस तरीके से पीएम मोदी राज्य के सियासत में अपनी मौजूदगी को दर्ज कराते हैं।उससे वहां के सियासी समीकरण पलक झपकते ही बदल जाते हैं।महाराष्ट्र में उद्धव सरकार का अंत एक छोटा सा उदाहरण हैं।महाराष्ट्र में सबसे बड़ा कारण ये था कि विपरीत विचारधारा वाले तीनों दल सिर्फ इसलिए साथ आ गए कि कहीं भाजपा महाराष्ट्र के सिंहासन पर न बैठ जाएं।

सरकार में सबकुछ अच्छा नहीं चल रहा

झारखंड में गठबंधन सरकार में भी सबकुछ अच्छा नहीं चल रहा है।झारखंड में रुक रुक कर सरकार से नाराजगी की खबरें सामने आती रहती हैं। बीते तीन महीने पहले झारखंड सरकार में कांग्रेस के मंत्री बनाए गए लोगों के खिलाफ कांग्रेस के ही विधायकों ने मोर्चा संभाल लिया था।विधायक इरफ़ान अंसारी की अगुवाई में चार विधायकों की बैठक राजधानी रांची में हुई थी। सूत्रों की अगर मानी जाए तो बैठक के बाद कांग्रेस विधायकों का दल मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिला था।नए सियासी घटनाक्रम से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर प्रेशर बनाने की कोशिश में लगे थे।प्रदेश कांग्रेस प्रभारी की रणनीति को बहुत तगड़ा झटका लगा है।इस बैठक में उमाशंकर अकेला, नमन विक्सल कोंगारी और राजेश कच्छप मौजूद थे।ये असंतुष्ट विधायक कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव केसी वेणुगोपाल से मिलने का समय मांगा था।

पूरा देवघर मोदी रंग में

पीएम मोदी खुद देवघर में एयरपोर्ट का उद्घाटन करने गए। आपको बताते चलें कि पूर्वांचल के कुशीनगर एयरपोर्ट के उद्घाटन में पीएम मोदी खुद पहुंचे थे।पीएम मोदी के पहुंचने का इतना जबरदस्त असर हुआ था कि बसपा की मजबूत बेल्ट वाली सभी 6 सीटों पर भाजपा ने मायावती किनारे लगाकर कब्जा कर लिया।पीएम मोदी का जिस तरह से बाबा बैद्यनाथ की धरती देवघर में स्वागत हुआ वो रात में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की आखों में भी चुभ रहा होगा। देवघर को दीपावली की तरह दीपो से सजाया गया था।एक दिन पहले सोमवार को ही देवघर से तस्वीरें आ रहीं थीं। जिसमें लोग पीएम के स्वागत के लिए दीप जला रहे थे।पीएम मोदी ने अपने संबोधन में इसका जिक्र भी किया।

सोमवार को झामुमो और भाजपा के बीच पोस्टर वॉर

देवघर में एक दिन पहले ही भाजपा और झामुमो में ठन गई थी।पोस्टर वॉर शुरू हो गया था।पूरा देवघर पीएम मोदी के पोस्टरों से पट गया था।हैरान करने वाली बात ये है कि एक तरफ जहां भाजपा ने पूरे शहर को पीएम मोदी के पोस्टर और पार्टी के झंडों से पाट दिया था तो वहीं दूसरी तरफ झामुमो ने भी कुछ इलाकों में सीएम हेमंत सोरेन के पोस्टर लगाए है। झारखंड में 2024 के आखिरी में चुनावी रण होगा।भाजपा राज्यों में अपनी सरकार बनाकर सिंहासन पर बैठने के लिए भरसक प्रयास में रहती है।पीएम मोदी और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की तस्वीर ये बता रही है कि यहां कुछ भी असंभव और संभव है।

झारखंड में लगने लगे कयास

झारखंड में ऐसे कयास भी लगाए जा रहे हैं कि आने वाले दिनों में झामुमो और कांग्रेस गठबंधन की सरकार कहीं अपना स्‍वरूप न बदल ले।आज कार्यक्रम में सीएम हेमंत सोरेन के संबोधन में भी इसकी झलक दिखाई।उन्होंने खुले मंच से पीएम मोदी का जमकर गुणगान किया।सियासी पंडित अब सियासी पत्रे से इसके मायने निकालने में जुट गए हैं।सियासत की नब्‍ज टटोलने वाले सियासी बैद्य भी पीएम मोदी के देवघर दौरे के लेकर कहते हैं कि आने वाले दिनों में झारखंड की सरकार बदल जाए,तो कोई आश्‍चर्य नहीं होना चाहिए।सियासी बैद्य कहते है कि भाजपा ने पहले ही द्रौपदी मुर्मू को राष्‍ट्रपति पद का उम्‍मीदवार बनाकर आदिवासी जाल फेंक दिया है।इस जाल में झामुमो बुरी तरह उलझकर रह गई है। कांग्रेस के लाख दबाव के बाद भी अब चाहकर भी सीएम हेमंत सोरेन विपक्ष के साझेदारी वाले राष्ट्रपति पद के उम्‍मीदवार यशवंत सिन्‍हा के साथ खड़े नहीं हो सकते,क्‍योंकि, इससे झामुमो की आदिवासी हित की राजनीति बुरी तरह प्रभावित होगी।

पीएम मोदी ने दिया जलवेदार भाषण

रोड शो के दाैरान भव्‍य स्‍वागत से अभिभूत पीएम मोदी ने कहा कि पहले काशी विश्‍वनाथ और अब बाबानगरी पहुंचकर वो धन्‍य-धन्‍य हो गए। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार बाबाधाम में योजनाओं का विस्तार हुआ है।जिस न‌ए एयरपोर्ट के शिलान्यास के लिए देवघर आने का सौभाग्य मिला था।आज उसके लोकार्पण, पहले घोषणा होती थी।पत्थर लगता फिर शिलान्यास होता और पता नहीं कितनी सरकार जाने के बाद योजना पूरी होती है।उन्होंने कहा कि हम आज उस संस्कृति को लेकर आए हैं, जिसका शिलान्यास भी करते हैं और उसका उदघाटन भी करते हैं।जनता के पसीनों से आए पैसे का भरपूर मूल्य समझते हैं,जनता का पैसा बर्बाद ना हो जाए, उसका उपयोग जनता जर्नादन के लिए हो इसका प्रयास करते हैं।

आपको बता दें कि एयरपोर्ट से बाबा बैद्यनाथ धाम की दूरी लगभग 11.50 किलोमीटर है। इस दौरान रोड शो के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उमड़े भारी जनसैलाब का गदगद होकर आभार करते हुए बाबा बैद्यनाथ धाम मंदिर पहुंचे।रोड शो के दौरान पीएम मोदी खुद को रोक नहीं पाए कई जगहों पर अपनी गाड़ी से बाहर निकले और लोगों का दिल से अभिवादन स्वीकार किया। पीएम मोदी रास्ते भर अपनी गाड़ी के गेट से बाहर हाथ निकाल कर लोगों का आभार व्यक्त करते रहे।

पीएम मोदी ने कहा कि आपने स्नेह देकर अपना ऋणी बना लिया है।उसको मैं तेज विकास करके, सबका विकास करके चुकाने का ईमानदारी से प्रयास करता रहूंगा, आज सोलह हजार करोड़ से ज्यादा की योजनाएं इसी दिशा में महत्वपूर्ण कदम है, भारत आस्था, आध्यात्म और तीर्थ स्थान की धरती है। तीर्थयात्राओं ने हमें बेहतर समाज और राष्ट्र के तौर पर गढ़ा है, देवघर में शिव भी हैं और शक्ति भी है। ज्योर्तिलिंग और शक्तिपीठ दोनों मौजूद हैं, हर साल लाखों श्रद्धालु दूर-दूर से गंगा जल लेकर आते हैं, भक्तिभाव से आते हैं, भाषा-बोली भले एक दूसरे की समझ न आए, लेकिन हमारी आस्था, हमारी सांस्कृतिक विरासत हमारी साझी विरासत है, इन्ही धरोहरों तक पहुंचने का मार्ग आसान बनाने के लिए निवेश, बाबा बैद्यनाथ, काशी, केदारनाथ, रामायण सर्किट, भगवान बुद्ध से जुड़े स्थान, ऐतिहासिक महत्व से जुड़े हर स्थान में आधुनिक सुविधाएं।

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