प्रतापगढ़ में 217 गांवों का पीने लायक नहीं पानी,पानी में फ्लोराइड की मात्रा अधिक
प्रतापगढ़ में 217 गांवों का पीने लायक नहीं पानी,पानी में फ्लोराइड की मात्रा अधिक

27 Dec 2023 |  109



ब्यूरो देवीशरण मिश्रा


प्रतापगढ़।उत्तर प्रदेश के बड़के जिले प्रतापगढ़ में जल निगम ने 217 गांवों को चिह्नित किया है।इन गांवों का पानी पीने लायक नहीं है।जुलाई और अगस्त महीने में हुई जांच में इन गांवों में पानी में फ्लोराइड की मात्रा ज्यादा पाई गई थी।यह नुकसानदेह है।इन चिन्हित गांवों में आरओ प्लांट लगाकर पानी की आपूर्ति करने की सलाह दी गई है।जीवन मिशन योजना के तहत गांव-गांव पाइपलाइन बिछाने और ओवरहेड टैंक बनाने से पहले पानी की गुणवत्ता की जांच की गई थी, जिसमें यह रिपोर्ट निकलकर सामने आई है।

बता दें कि पानी में फ्लोराइड की अधिक मात्रा पाए जाने वाले गांव संडवा चंद्रिका,शिवगढ़, सदर, मंगरौरा, मानधाता, गौरा और सांगीपुर में हैं।इन गांवों में 65 से 120 फीट तक पानी पीने लायक नहीं है।अब यहां आरओ प्लांट लगाने की तैयारी हो रही है,जिन गांवों में पानी में फ्लोराइड ज्यादा मात्रा में मिला है,उनमें अधिकांश गांव नदी से तीन से पांच किलोमीटर की दूर हैं।जलजीवन मिशन के तहत इन गांवों में पानी की टंकी के साथ आरओ प्लांट लगाया जा रहा है।इन गांवों में 600-800 मीटर गहरी बोरिंग की जा रही है। पानी में फ्लोराइड की मात्रा ज्यादा होने से अभी तक 86 गांवों में बोरिंग नष्ट की जा चुकी है, जिससे जन निगम का लगभग 32 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।

जल निगम के अफसरों का कहना है कि फ्लोराइड की समस्या 120 फीट तक ही है। गहरी बोरिंग करने पर सामान्य पानी मिल सकता है। इसके बाद भी दिक्कत आने पर दूसरों गांवों के वाटर हेड टैंक से पानी की आपूर्ति की जाएगी। हर घर को नल से जल पहुंचाने के लिए इन दिनों पूरे जिले में सर्वे हो रहा है।

लैब टेक्नीशियन विवेक कुमार ने बताया कि फ्लोराइड की मात्रा प्वाइंट 1.5 पीपीएम से अधिक है तो पानी पीने योग्य नहीं रहता नुकसानदेह होता है। प्रतापगढ़ जनपद के सदर ब्लॉक के भुवालपुर डोमीपुर और मोहनगंज में सर्वाधिक 2.8 पीपीएम तक फ्लोराइड की मात्रा रिकॉर्ड की गई है।

मेडिकल कॉलेज के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. मनोज खत्री का कहना है कि फ्लोराइड युक्त पानी पीने से हड्डियां कमजोर हो जाती हैं और दांत समय से पहले गिर जाते हैं। लिवर और किडनी पर भी बुरा असर पड़ता है। इसलिए प्रयास करना चाहिए कि फ्लोराइड युक्त पानी का प्रयोग न किया जाय।

फ्लोराइड युक्त पानी का दायरा बढ़ता जा रहा है। पानी की जांच में खुलासा हुआ है कि जिन गांवों में पहले सामान्य पानी था, वहां भी अब फ्लोराइड युक्त पानी मिल रहा है।
- अजय कुमार उपाध्याय, अधिशाषी अभियंता,जलनिगम

More news