ख़त्म होगा 45 साल का इंतजार,हटेगा पाकिस्तान का लगा ठप्पा,अब भारतीय कहलाएंगी राधाबाई
ख़त्म होगा 45 साल का इंतजार,हटेगा पाकिस्तान का लगा ठप्पा,अब भारतीय कहलाएंगी राधाबाई

18 Mar 2024 |  196




प्रतापगढ़।देश में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) का नोटिफिकेशन बीते दिनों जारी हो चुका है।सीएए का नोटिफिकेशन जारी होने के बाद उत्तर प्रदेश के बड़के जिले प्रतापगढ़ में रह रहीं पाकिस्तान से आई राधाबाई को 45 साल बाद भारतीय नागरिकता मिलने की आस जगी है। राधा बाई प्रशासन को नए सिरे से अपनी अर्जी देंगी।पाकिस्तान में उत्पीड़न की वजह से 14 जनवरी 1979 को राधाबाई पिता और दो बहनों के साथ प्रतापगढ़ आई थी।राधाबाई को अभी तक भारत की नागरिकता नहीं मिल सकी है।दूसरे शहरों में रह रहीं राधाबाई की बहनें और पिता को भारतीय नागरिकता मिल चुकी है। राधाबाई ने भी नागरिकता पाने के लिए हरसंभव प्रयास किया।

दिसंबर 2019 में नागरिकता संशोधन कानून आने के बाद एसडीएम ने राधाबाई के घर पहुंचकर अभिलेख भी लिए, लेकिन अब तक उन्हें निराशा ही हाथ लगी थी।राधाबाई का परिवार पाकिस्तान के कराची में मैरिट रोड पर रहता था। आजादी के बाद राधाबाई के चाचा प्रतापगढ़ में पूरे केशवराय आ गए थे।राधाबाई के पिता हरिराम पाल भी अपने परिवार को लेकर प्रतापगढ़ आ रहे थे, लेकिन कानपुर में पकड़ लिए गए। कानपुर से इन लोगों को पाकिस्तान वापस भेज दिया गया। पाकिस्तान में उत्पीड़न होने लगा तो हरिराम भी वीजा लेकर अपनी पत्नी रामराजी, बेटी ईश्वरी, लक्ष्मी और राधा के साथ आ गए। हरिराम ने एक बेटी की शादी लखनऊ और दूसरी की जौनपुर में की। खुद भी लखनऊ में रहने वाली बेटी के साथ रहने लगे।

राधाबाई की शादी कोहंडौर सराय रजई गांव में पारसनाथ पाल के साथ हुई। सभी भारतीय नागरिक माने गए, लेकिन राधाबाई अब भी अपने घर में पाकिस्तानी नागरिक के रूप में रह रही हैं।राधाबाई अब भारतीय नागरिकता पाने का प्रयास फिर से करेंगी।

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