
मुरादाबाद।जम्मू कश्मीर के पहलगाम में बैसरन घाटी में 22 अप्रैल को आतंकियों ने 28 पर्यटकों की हत्या कर दी थी। पहलगाम आतंकी हमले के बाद से भारत सरकार सख्त हो गयी है।भारत में शॉर्ट टर्म वीजा पर रह रहे पाकिस्तानियों को वापस पाकिस्तान भेजा जा रहा है,वहीं लॉन्ग टर्म वीजा वालों पर कड़ी नजर रखी जा रही है।उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में भी पुलिस पाकिस्तानियों की पहचान करने में जुटी हुई है।
पुलिस जांच में सामने आया है कि मुरादाबाद में 10-20 नहीं बल्कि 500 पाकिस्तानी रह रहे हैं। 1950 में 22 पाकिस्तानी महिलाओं की शादी मुरादाबाद के रहने वाले पुरुषों से हुई थी, जिसके बाद इन महिलाओं का परिवार बढ़ा और इनके बच्चों के बच्चे होते गए,जिन 22 महिलाओं की मुरादाबाद में शादी हुई,वह तब से ही भारत में लॉन्ग टर्म वीजा पर रह रही हैं,उनके 95 बच्चे हुए और सभी के अलग-अलग परिवार बन गए,ऐसे में मुरादाबाद में पाकिस्तानियों की संख्या 500 हो गई,अब पुलिस इन सभी की जांच कर रही है।सभी थानों की टीमें निगरानी कर रही हैं और उनके कागजात की जांच की जा रही है।
जिन पाकिस्तानी महिलाओं के बच्चों के बच्चों के परिवार मुरादाबाद में रह रहे हैं,उन महिलाओं की शादी मुरादाबाद के रहने वाले पुरुषों से हुई और शादी के बाद से ही ये महिलाएं मुरादाबाद में रह रही हैं,लेकिन अब इनके दस्तावेजों की जांच होने जा रही है,इनमें से ज्यादातर महिलाएं अब दादी बन गई हैं,जिनकी पोता-पोती और नाती-नातिन भी हैं और सभी की संख्या 500 के करीब है।
ये महिलाएं भले ही पाकिस्तानी हो,लेकिन इनके बच्चे जन्म से ही भारतीय हैं और उन्हें भारतीय नागरिकता मिली हुई है।जांच में सामने आया है कि इन पाकिस्तानी महिलाओं के पास भारत सरकार की ओर से जारी किए गए आधार कार्ड और राशन कार्ड भी हैं,इन महिलाओं ने भारतीय नागरिकता पाने के लिए आवेदन किया हुआ है,लेकिन दशकों से भारत में रहने के बावजूद इन्हें नागरिकता नहीं मिली है।हालांकि लॉन्ग टर्म वीजा पर रह रहे इन पाकिस्तानियों पर पुलिस की पैनी नजर है,अगर किसी के पास वैध दस्तावेज नहीं पाए जाते हैं तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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