
लखनऊ। जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम में बैसरन घाटी में 22 अप्रैल को आतंकियों ने पर्यटकों को निशाना बनाते हुए हमला किया था।इस हमले में 26 की मौत हो गई थी। पहलगाम आतंकी हमले ने देश को हिलाकर कर दिया था।पहलगाम आतंकी हमले से देशवासियों में जबरदस्त गुस्सा था।आतंक की कमर तोड़ने के लिए भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए मंगलवार देर रात पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की,लेकिन इसे सिर्फ पहलगाम का बदला नहीं कहा जा सकता।इस एयर स्ट्राइक से भारत ने अपना पिछला हिसाब चुकता किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद इस ऑपरेशन का नाम ऑपरेशन सिंदूर रखा।पीएम मोदी ने बीते एक हफ्ते से लगातार हो रही बैठकों में स्पष्ट कहा था कि पहलगाम हमले में आतंकियों ने हिंदू पुरुषों को निशाना बनाया,जिससे उनकी पत्नियां विधवा हो गईं,ऐसे में भारत को यह कड़ा संदेश देना था कि आतंकियों को इस कदर बचकर भागने नहीं दिया जा सकता।
भारतीय थलसेना,वायुसेना और नौसेना ने संयुक्त ऑपरेशन सिंदूर से पाकिस्तान और पीओके के नौ आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की,उसमें बहावलपुर,मुरीदके,गुलपुर,भिंबर,चाक अमरू,बाग,कोटली,सियालकोट और मुजफ्फराबाद है।बहावलपुर में प्रतिबंधित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के हेडक्वार्टर और मुदिरके में लश्कर-ए-तैयबा के हेडक्वार्टर को ध्वस्त किया गया है।पाकिस्तान और आतंकवाद के खिलाफ भारत की ये सैन्य कार्रवाई केवल पहलगाम का इंतकाम लेने तक सीमित नहीं है बल्कि इससे भारत ने कई पुराने आतंकी हमलों का हिसाब चुकता किया हैं।
2008 में मुंबई हमला
26 नवंबर 2008 एक ऐसी तारीख है,जिसे याद कर सबकी आंखें गमगीन हो जाती हैं,दहशत की तस्वीरें आंखों के सामने तैरने लगती हैं।यह तारीख देश की आर्थिक राजधानी मुंबई के पुराने घाव को कुरेदती है। 26 नवंबर को मुंबई में बड़ा आतंकी हमला हुआ था।पाकिस्तान में प्रशिक्षित और अत्याधुनिक हथियारों से लैस लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकवादियों ने एक नाव के सहारे समुद्र के रास्ते मुंबई में प्रवेश किया था और हमला किया था। इस हमले में 166 लोगों की मौत हुई थी।
2016 उरी हमला
जम्मू-कश्मीर के उरी में 18 सितंबर 2016 को जम्मू-कश्मीर के उरी में सैन्य बेस पर चार आतंकियों ने हमला किया था,इस हमले में 19 सैनिक शहीद हुए थे।भारत ने इस हमले के लिए जैश-ए-मोहम्मद को जिम्मेदार ठहराया था।आतंकियों ने ग्रेनेड और स्वचालित हथियारों का इस्तेमाल किया था।
2019 पुलवामा हमला
14 फरवरी 2019 को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में एक आत्मघाती हमलावर ने सीआरपीएफ काफिले पर हमला किया था,इसमें 40 सैनिक शहीद हुए थे और कई घायल हुए थे।जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी।यह हमला भारत में किए गए सबसे घातक आतंकी हमलों में से एक था।इसके बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया था।
बता दें कि इस तरह पाकिस्तान और पीओके में सैन्य कार्रवाई कर भारत ने पहलगाम हमले का बदला नहीं लिया है बल्कि इन पुराने आतंकी हमलों का भी बदला लिया है।इस हमले में अब तक 90 आतंकियो के जहन्नुम पहुंचने की खबर है। भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ ने एयर स्ट्राइक के लिए सभी टारगेट की पहचान की थी,जिसके बाद लश्कर और जैश के ठिकानों पर हमला किया गया।भारत ने आतंकी सरगनाओं को ठोस और निर्णायक जवाब दिया है।भारत की सैन्य कार्रवाई ने न केवल आतंकियों को करारा जवाब दिया है,बल्कि वैश्विक समुदाय को भी भारत की सैन्य शक्ति और दृढ़ इच्छाशक्ति का परिचय दिया है।आतंकवाद को लेकर भारत की नीति में कोई नरमी नहीं है,चाहे वह सर्जिकल स्ट्राइक हो,एयर स्ट्राइक या फिर बहुआयामी मिसाइल ऑपरेशन,भारत आतंक के हर ठिकाने को निशाना बनाने और अपने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव कोशिश करता रहेगा।
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