नई दिल्ली।राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है।मंगलवार सुबह पुराने रेलवे पुल पर जलस्तर 204.50 मीटर को पार कर गया।सुबह नौ बजे यमुना का जलस्तर 204.58 मीटर रहा।
वजीराबाद और हथिनीकुंड बैराज से लगातार पानी छोड़े जाने से जलस्तर में वृद्धि हुई है।
रखी जा रही है जलस्तर पर नजर
यमुना के जलस्तर में वृद्धि जारी रहने के पूर्वानुमान को देखते हुए स्थिति पर नजर रखी जा रही है और सभी संबंधित एजेंसियों को बाढ़ जैसी स्थिति से निपटने के लिए एहतियाती कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं।
इस वजह से बढ़ रहा यमुना का जलस्तर
केंद्रीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष के एक अधिकारी ने कहा कि यमुना का जलस्तर बढ़ने का मुख्य कारण वजीराबाद और हथिनीकुंड बैराज से हर घंटे बड़ी मात्रा में पानी छोड़ा जाना है। पूर्वानुमान है कि जलस्तर और बढ़ेगा,लेकिन आज शाम तक इसके खतरे के निशान से नीचे ही रहने की संभावना है।
छोड़ा जा रहा हर घंटे इतना पानी
बाढ़ नियंत्रण विभाग के मुताबिक हर घंटे हथिनीकुंड बैराज से लगभग 36,658 क्यूसेक और वजीराबाद बैराज से 35,640 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। यमुना के प्रवाह और संभावित बाढ़ के खतरों पर नजर रखने के लिए पुराना रेलवे पुल एक प्रमुख अवलोकन बिंदु के रूप में कार्य करता है।
इतने मीटर पर शुरू होती है निकासी
बता दें कि दिल्ली के लिए चेतावनी बिंदु 204.50 मीटर और खतरे का निशान 205.33 मीटर है।निकासी 206 मीटर पर शुरू होती है।बैराज से छोड़ा गया पानी दिल्ली तक पहुंचने में आमतौर पर 48 से 50 घंटे का समय लेता है। ऊपरी इलाकों से कम मात्रा में पानी छोड़े जाने से भी यमुना का जलस्तर बढ़ रहा है।