मेडिकल कॉलेज की टंकी में था शव,टंकी का पानी पी रहे थे मरीज और तीमारदार,आसान नहीं खुलासा
मेडिकल कॉलेज की टंकी में था शव,टंकी का पानी पी रहे थे मरीज और तीमारदार,आसान नहीं खुलासा

08 Oct 2025 |   126



 

देवरिया। उत्तर प्रदेश के देवरिया में महर्षि देवरहा बाबा मेडिकल कालेज की पानी की टंकी में सोमवार को एक युवक का सड़ा गला शव मिला था।पानी से बदबू आने के बाद टंकी में शव होने का पता चला था।अगर टंकी के पानी से बदबू नहीं आती तो इसकी भनक भी शायद लोगों को न लगती। कई दिनों से कर्मचारी,मरीज और तीमारदार टंकी का पानी पी रहे थे।जब पानी की टंकी में शव मिलने की सूचना उन तक पहुंची तो वे भी परेशान हो गए।कई लोगों की सोचकर ही तबीयत खराब होने लगी,कई लोग तो उल्टी करने लगे।टंकी से शव मिलने की इस घटना से मेडिकल कॉलेज में हड़कंप मचा हुआ है।

डीएम ने मौके पर पहुंचकर स्थितियों को देखा था

मंगलवार को जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने मौके पर पहुंचकर खुद टंकी और आसपास की स्थितियों को देखा था और पांच सदस्यों वाली एक जांच कमेटी बनाई थी।इस मामले में प्राचार्य राजेश बरनवाल को हटा दिया गया है।जानकार कह रहे हैं कि युवक के शव के मामले के पर्दाफाश की राह पुलिस के लिए आसान नहीं है।घटना को अंजाम देने वाले शातिर रहे हैं। घटना को अंजाम देने के बाद वहां कोई साक्ष्य न छूटे इसका भी हत्यारों ने ध्यान दिया है।बरहाल पुलिस ने मौके से बेडशीट और युवक के कुछ कपड़े बरामद किए हैं,जिसके जरिये पुलिस शव की शिनाख्त करने में जुटी है।घटना के पर्दाफाश की कमान खुद सीओ सिटी संजय कुमार रेड्डी संभाल रहे हैं।

मेडिकल कॉलेज के पानी की टंकी में मिला था युवक शव,हाथ में लगा था इंट्राकैप

मेडिकल कॉलेज की पानी की टंकी में जिस युवक का शव मिला था,उस युवक के हाथ में इंट्राकैप लगा हुआ था।इससे साबित हो रहा है कि युवक मरीज है।गौर करने वाली बात यह है कि मेडिकल काॅलेज के डाटा में किसी मरीज के गायब होने की सूचना नहीं दर्ज है।शव मिलने के बाद यह सवाल खड़ा हो रहा है कि युवक कौन है,अगर इंट्राकैप लगा है तो वह इलाज कराने मेडिकल काॅलेज आया था और वह छत पर कैसे पहुंचा,ये एक बड़ा सवाल है।मरीज अगर इलाज कराने के लिए आते हैं तो ओपीडी में ही रहते हैं,जबकि ऊपरी मंजिल के वार्ड में मरीज भर्ती होते हैं।अगर वह मरीज 10 से 15 दिनों से गायब है तो उसके गायब होने का रिकार्ड क्यों नहीं दर्ज है।इस पर जिम्मेदार कुछ भी नहीं बोल रहे हैं।सीडीओ के नेतृत्व में गठित टीम ने मेडिकल काॅलेज के रिकार्ड को भी खंगाला और एक-एक कागजात की जांच की,ताकि यह पता चल पाए कि भर्ती मरीज कौन गायब है।

दो अक्टूबर को आवासीय भवन की पानी टंकी में मिला था बंदर का शव

मेडिकल काॅलेज के आवासीय भवन में भी पानी की आपूर्ति के लिए पानी की टंकी बनी है।दो अक्टूबर को इसी पानी की टंकी में मरे हुए बंदर का शव मिला था।पानी की टंकी सफाई कराने के बाद पुन: पानी की आपूर्ति शुरू की गई।

शराब समेत मिलीं आपत्तिजनक चीजें

मेडिकल कॉलेज की पांचवीं मंजिल पर बनी पानी की टंकी से शव मिलने की घटना में सीडीओ के नेतृत्व में बनी चार सदस्यीय कमेटी की जांच में छत पर शराब और बीयर की बोतलों के साथ ही आपत्तिजनक वस्तुएं मिलीं और लापरवाही भी पाई गई।कमेटी की जांच रिपोर्ट डीएम दिव्या मित्तल ने शासन को भेजी और घटना के 24 घंटे के अंदर कार्रवाई करते हुए प्राचार्य को हटा दिया गया।

छह घंटे की मशक्कत के बाद निकाला गया था शव

मेडिकल काॅलेज की पांचवीं मंजिल पर कंक्रीट की पानी की टंकी बनी है।इस पानी की टंकी से मेडिकल काॅलेज के महिला वार्ड,पुरुष वार्ड के साथ ही ओपीडी के शौचालय में पानी की आपूर्ति होती है।पानी से बदबू आने की शिकायत पर सोमवार को सफाईकर्मी पानी की टंकी की सफाई करने पहुंचे तो अंदर युवक का शव पड़ा था।शव देखकर सफाई कर्मियों ने पुलिस को सूचना दी।साढ़े छह घंटे की मशक्कत के बाद रात 9 बजे टंकी से शव निकाला गया।डीएम दिव्या मित्तल ने निरीक्षण में प्रधानाचार्य से कहा कि क्यों ताला नहीं लगा था।जब कुंडी टूटी थी तो ताला कैसे लगेगा,यह बड़ी लापरवाही है।इस पर आप लोगों को ध्यान देना चाहिए।प्रधानाचार्य ने कहा कि किसी ने कुंडी तोड़ दी है।तो डीएम ने कहा कि क्यों नहीं बदला गया।

आधा घंटा तक मेडिकल कॉलेज में जमी रहीं डीएम

मंगलवार सुबह डीएम दिव्या मित्तल मेडिकल कॉलेज की पांचवीं मंजिल पर पहुंची और वहां का निरीक्षण किया। डीएम ने मौके पर ही प्रधानाचार्य डॉ. राजेश बरनवाल से पूछताछ शुरू कर दी। डीएम ने कहा कि आखिरकार सुरक्षा को लेकर ऊपरी मंजिल के गेट पर ताला क्यों नहीं बंद था, यह तो बड़ी लापरवाही बरती गई है।सीढ़ी पर कहीं भी सीसी कैमरा न होने पर भी डीएम ने नाराजगी जाहिर की और प्रकरण की ठीक से जांच कराकर रिपोर्ट देने को कहा है। लगभग आधे घंटे तक डीएम मेडिकल कॉलेज में ही जमीं रहीं।

आखिर क्यों की गई युवक की हत्या

पानी की टंकी का ढक्कन खोलकर बंद किया गया है,इससे यह साबित हो रहा है कि युवक की हत्या करके शव टंकी में डाला गया है और फिर ढक्कन को बंद कर दिया गया। ताकि इसकी भनक किसी को न लग सके।अब सवाल यह उठता है कि आखिरकार युवक की हत्या क्यों की गई,कोई ऐसी गलती तो उसने किसी की नहीं देख ली,जिससे उसको रास्ते से ही हटा दिया गया।इस घटना को अंजाम देने में दो से अधिक लोग रहे होंगे।पानी की टंकी के आसपास मिले संदिग्ध सामान भी गलत कार्य की पुष्टि कर रहे हैं।उस छत पर पार्टी भी होती रही है।इसकी भनक प्रधानाचार्य और सीएमएस को क्यों नहीं लगी, यह भी एक सवाल है।

मेडिकल कॉलेज में पानी के लिए मचा हाहाकार

मेडिकल काॅलेज के बहुमंजिली भवन के ऊपर बनी पानी की टंकी से युवक का शव मिलने के बाद मेडिकल काॅलेज में पानी की आपूर्ति ठप कर दी गई है।पानी की आपूर्ति ठप होने से मरीजों में हाहाकार मच गया है।शौचालय से लेकर पीने के लिए भी पानी की समस्या उत्पन्न हो गई है।लोगों ने पानी की बोतलें खरीद कर अपना आवश्यक कार्य निपटाया। 10 दिनों से मेडिकल काॅलेज के वार्ड में भर्ती मरीज सर्वाधिक परेशान दिखे।मेडिकल काॅलेज प्रशासन जल्द ही पानी की आपूर्ति शुरू कराने का आश्वासन दिया है।

पानी की टंकी से वार्ड,शौचालय और वाटर कूलर तक होती है पानी की आपूर्ति 

मेडिकल कॉलेज के पांचवीं मंजिल बनी पानी की टंकी से वार्ड के साथ ही शौचालय,वाटर कूलर को भी पानी की आपूर्ति होती है।अचानक पानी की टंकी से युवक का शव मिलने के बाद पानी की आपूर्ति बंद कर दी गई है,जिससे मरीजों की परेशानी बढ़ गई है।पानी के अभाव में न तो वह समय से शौचालय जा पा रहे हैं और न ही पीने के लिए पानी की व्यवस्था हो पा रही है।सबसे ज्यादा दिक्कत लोगों को सोमवार की रात को हुई।जब पुलिस ने शव निकालने के लिए पानी की टंकी को खाली करा दिया और शौचालय में पानी की आपूर्ति बंद हो गई,पूरी रात लोग परेशान रहे।सुबह पानी खरीद कर मरीजों के परिजन वार्ड में भर्ती मरीजों को दिए तो वह शौचालय जा पाए। डीएम दिव्या मित्तल ने टंकी की सफाई कराने के बाद ही पानी की आपूर्ति शुरू कराने का निर्देश दिया है।

टैंकर पहुंचते ही डिब्बा लेकर दौड़े लोग

मेडिकल काॅलेज में पानी को लेकर इस कदर हाहाकार मच गया है कि जब नगर पालिका का टैंकर पानी लेकर मेडिकल काॅलेज पहुंचे और इसकी जानकारी मरीज और उनके तीमारदारों को हुई तो वह अपने पास मौजूद डिब्बा लेकर दौड़ पड़े।लाइन लगाकर लोगों ने अपने-अपने डिब्बा में पानी भरा। पानी की आपूर्ति बाधित होने से वार्ड में सफाई भी प्रभावित होने लगी है। वार्ड की धुलाई करने में भी दिक्कत हुई।

डीएम की सख्ती के बाद पालिका से पहुंचे 3 टैंकर

मेडिकल कॉलेज में पानी के लिए हाहाकार मच गया। डीएम दिव्या मित्तल को इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने नगर पालिका प्रशासन से बात कर तत्काल तीन पानी का टैंकर मेडिकल काॅलेज भिजवाया, जिससे मरीजों और उनके तीमारदारों को पानी को लेकर थोड़ी राहत मिली।हालांकि चौथे और तीसरे मंजिल पर जो मरीज भर्ती हैं,उनके लिए अभी भी पानी की आपूर्ति बाधित होने से दिक्कत हो रही है।

परेशान मरीज बोले-यह प्रशासन की बड़ी लापरवाही

पानी की टंकी से युवक के शव मिलने के बाद तरह-तरह की बातें कही जा रही हैं।पुरवा के सेराज ने कहा कि वह कई दिनों से वार्ड में भर्ती है,उसी पानी की टंकी से वह पानी पी रहा था। अब जानकारी होने के बाद वह भोजन तक नहीं कर पा रहा है।महुआडीह के सोनू कुमार ने भी यही बात कही। मदनपुर के शशिभूषण,पकड़ी बाजार की सुनीता देवी,मदनपुर के अंचली, राजवीर का कहना था कि यह मेडिकल काॅलेज प्रशासन की बड़ी लापरवाही है। इस घटना का पर्दाफाश होना चाहिए।

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