कानपुर।उत्तर प्रदेश के कानपुर में मेस्टन रोड पर बिसातखाना में हुए धमाके की जांच पुलिस,एलआईयू और एटीएस के साथ मिलिट्री इंटेलीजेंस भी कर रही है।प्रारंभिक जांच में धमाका पटाखों अथवा लो एक्सप्लोसिव (कम तीव्रता वाला विस्फोटक) से होने की बात सामने आई है,लेकिन साजिश के एंगल पर भी जांच शुरू हो गई है।
इस मामले में पुलिस कमिश्नर ने बताया कि क्षेत्र में जांच करने के साथ ही चौक,मिश्री बाजार समेत अन्य गलियों में कांबिंग कर संदिग्धों के संबंध में जानकारी जुटाई।क्षेत्र के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज हासिल की।एटीएस और फॉरेंसिक टीम ने कई जगह से साक्ष्य बरामद किए हैं।सीपी ने बताया कि बुधवार की शाम सात बजे के बाद जैसे ही विस्फोट हुआ मौके पर मूलगंज,कोतवाली,अनवरगंज, बादशाहीनाका थाने का फोर्स पहुंच गया।
सीपी ने बताया कि संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था आशुतोष कुमार,संयुक्त पुलिस आयुक्त क्राइम विनोद कुमार सिंह,डीसीपी पूर्वी सत्यजीत गुप्ता,डीसीपी हेडक्वार्टर,एडीसीपी एलआईयू महेश कुमार,एडीसीपी महिला अपराध डॉ. अर्चना सिंह समेत अन्य अधिकारी पहुंच गए।कुछ ही देर में घटनास्थल को सील कर दिया गया। विस्फोट के बाद फायर ब्रिगेड की गाड़ियां भी मौके पर पहुंचीं।
बता दें कि विस्फोट बिसातखाना की दुकानों के बाहर खड़ी दो स्कूटी में हुआ था।दोनों में चाबियां लगी हुई थी।यह धमाका इतना अधिक तेज था कि पटाखे वाली बंदूकें,खिलौने,सामने की दुकान में रखे सजावटी सामान औल फूल दुकान से बिखकर कर बाहर आ गए।कई पटाखे और खिलौने वाली बंदूके बिजली की तारों में जाकर लटक गईं।कुछ देर बाद डॉग स्क्वॉड की टीम भी मौके पर आ गई।फॉरेंसिक टीम ने स्कूटी और दुकानों के बाहर फैले बारूद के निशान से साक्ष्य लिए। सूत्रों के मुताबिक प्रारंभिक जांच में यह विस्फोट बारूद से हुए हैं,लेकिन इसकी तीव्रता कम पाई गई।पुलिस और अन्य एजेंसियां विस्फोट के पीछे साजिश से इंकार नहीं कर रही है। ऐसा इसलिए क्योंकि दीपावली का त्योहार नजदीक है। बाजार में भीड़भाड़ भी अधिक थी। यह विस्फोट लाल या काली स्कूटी में रखा हुआ था, इसकी जांच चल रही है।
बता दें कि विस्फोट के बाद दोनों स्कूटी के परखच्चे उड़ गए, लेकिन दोनों की पेट्रोल टंकियां सुरक्षित मिली हैं। दोनों ही स्कूटी में पेट्रोल भरा हुआ था।अगर टंकी फटती तो पेट्रोल के साथ और नुकसान हो सकता था। क्षेत्रीय एटीएस और मिलिट्री इंटेलीजेंस की टीम ने बारूद के कणों की जांच की।