
आगरा।इन दिनों शहर के बाह,जगनेर और पिनाहट में तेंदुए ने अपनी दहशत फैला रखी है।किसान रात और दिन पहरेदारी कर रहे हैं।आलम यह है कि किसानों की रात तेंदुए के हमले से मवेशियों को बचाने में गुजरती है।वन विभाग के कर्मचारी तेंदुए का रुट ट्रैक करने में लगे हुए हैं।जीपीएस से तेंदुए का रूट ट्रैक किया जा रहा है। वन विभाग के कर्मचारी भी लोगों को जागरूक करने के साथ दिन-रात क्षेत्र में गस्त कर रहे हैं।
जब तक तेंदुआ पकड़ा नहीं जाता है वन विभाग के कर्मचारियों ने गांव वालों से अपील की है कि वह अपने मवेशियों और बच्चों को अकेला ना छोड़े।रात के समय में अपने मवेशियों का ध्यान रखें।साथ ही ग्रामीणों को रात में बाहर न निकलने की हिदायत दी है।
राष्ट्रीय चंबल सैंक्चुअरी प्रोजेक्ट की उप वन संरक्षक आरुषि मिश्रा ने बताया कि जिस क्षेत्र में तेंदुए की हलचल देखी गई है।वहां के 10 किलोमीटर तक की रेंज मे टीम गठित कर पेट्रोलिंग की जा रही है।तेंदुए को ट्रैक किया जा रहा है और उसके आने के रास्तों के बारे में पता लगाया जा रहा है।जल्द ही तेंदुए को पकड़ लिया जाएगा।
बता दें कि तेंदुए का आतंक बढ़ता जा रहा है।चंबल नदी के बीहड़ किनारे बसे गांव में एक माह से तेंदुए का आतंक फैला हुआ है।पिछली बार तेंदुए ने रविवार को मवेशियों पर हमला किया।सोमवार की शाम को भी तेंदुए ने फिर से हमला किया है।गांव मंगली में प्राचीन बजरंगबली आश्रम के पास तेंदुए ने गाय को अपना शिकार बनाया।वहीं रविवार को एक किसान पर हमला कर उसे घायल कर दिया था।अब तक तेंदुआ दर्जन भर पशुओं को अपना शिकार बना चुका है।वन विभाग के अधिकारियों की भी मुश्किलें बढ़ती जा रही है।इसके लिए अब अधिकारी ड्रोन की मदद से तेंदुए को खोज रहे हैं। महंगोली, करकोली, पडुआपुरा,रेहा,मनसुखपुरा ,मोदीपुर के ग्रामीणों को सतर्क रहने की चेतावनी दी गई है।
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