
ब्यूरो धीरज कुमार द्विवेदी
लखनऊ। पूर्व मुख्यमंत्री बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने बुधवार को महिला आरक्षण विधेयक को लेकर सरकार की नीयत पर सवाल उठाए हैं। मायावती ने कहा कि विधेयक में कई प्रावधान ऐसे हैं,जिससे महिलाओं को लाभ मिलने में 15-16 साल लग जाएंगे।
मायावती ने कहा कि विधेयक को जनगणना और परिसीमन को पूरा करने के बाद लागू करने की बात कही गई है। सरकार को ये प्रावधान हटाना चाहिए।कहा कि भाजपा और कांग्रेस दोनों ही आरक्षण नहीं देना चाहती हैं। यह बिल महिलाओं को प्रलोभन देने और आंखों में धूल झोंकने वाला है।
मायावती ने कहा कि अभी तक जनगणना नहीं हुई है और परिसीमन होने में भी कई साल लग जाएंगे। मायावती ने ओबीसी समाज की महिलाओं के लिए आरक्षण में अलग से कोटा तय करने की मांग की है।
बता दें कि आशा की जा रही थी कि महिला आरक्षण विधेयक पास होने के बाद आगामी के लोकसभा चुनाव में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण लागू होगा, लेकिन पहले जनगणना और फिर लोकसभा और विधानसभाओं के लिए परिसीमन कराए जाने का प्रावधान होने से इसमें काफी समय लग सकता है।
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