
प्रयागराज।कुख्यात माफिया अतीक अहमद की हत्या हुए कई महीने बीत चुके हैं।अतीक की संपत्तियों को लेकर जो जांच हो रही है उसमें कई बड़े खुलासे हो रहे हैं।पता चला है कि अतीक ने प्रयागराज के म्योर रोड पर करोड़ों की जमीन हड़पी थी और इसके लिए पाकिस्तान के कराची के सुहैल सिद्दीकी को बुलाकर षड्यंत्र रचा था।बता दें कि अतीक अहमद और उसका भाई माफिया अशरफ की मौत के बाद भी उसकी काली कमाई और बेनामी संपत्ति की जांच जारी है।इसी के तहत इन दोनों भाइयों का पाकिस्तान कनेक्शन सामने आया है।
जांच में पता चला है कि करोड़ों रुपये के जमीन को हड़पने के लिए माफिया अतीक अहमद और माफिया अशरफ ने कराची के सुहैल सिद्दीकी को बुलाकर उसे सामने खड़ा कर दिया और जाली दस्तावेज बनाकर करोड़ों की जमीन हथिया ली।बताया जा रहा है कि जिस जमीन को अवैध तरीके से अतीक अहमद ने हड़पी थी वो इलाहाबाद विश्वविद्यालय के अरबी के प्रोफेसर की पुश्तैनी जमीन थी।
कैंट थाने में दर्ज केस के मुताबिक इलाहाबाद विश्वविद्यालय में अरबी के प्रोफेसर की ये करोड़ों रुपये की जमीन म्योर रोड पर थी,जिस पर माफिया अतीक अहमद की बुरी नजर थी।बताया जा रहा है कि उन्होंने ये जमीन वसीयत बनवाकर अपने भाई लाल शुक्ल को दे दी थी और उसके बाद पाकिस्तान चले गए थे और कराची शहर में बस गए।
साल 1996 में अतीक अहमद को जैसे ही इस जमीन की भनक लगी इस पर कब्जा करने की कोशिश में जुट गया।अतीक अहमद ने इसके लिए एक षणयंत्र रचा और अपने गुर्गों को काम पर लगा दिया।अतीक अहमद ने करोड़ों की जमीन हड़पने के लिए पाकिस्तान के रहने वाले सुहेल सिद्दीकी का इस्तेमाल किया।
इसके बाद अतीक अहमद के गुर्गे लाल शुक्ल के परिवार के पास पहुंचे और मकान को खाली करने की धमकी देने लगे। अतीक अहमद ने शुक्ल के परिवार से मारपीट भी की।इसके बाद पीड़ित परिवार ने हिम्मत दिखाते हुए अतीक और अशरफ परिवार के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी थी।परिवार को 1 करोड़ रुपये की रंगदारी नहीं देने पर मकान खाली करने को कहा जा रहा था।इस मामले में अभी जांच जारी है।
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