भाजपा को झटका देकर अब सुभासपा से सियासी घोड़ा दौड़ाएंगे गुलाटी मारने में माहिर शिवकुमार सिंह
भाजपा को झटका देकर अब सुभासपा से सियासी घोड़ा दौड़ाएंगे गुलाटी मारने में माहिर शिवकुमार सिंह

19 Sep 2025 |   203



भाजपा को झटका देकर अब सुभासपा से सियासी घोड़ा दौड़ाएंगे गुलाटी मारने में माहिर शिवकुमार सिंह

सत्ता के घोड़े पर बैठकर विधायक बनने का सपना संजोए हैं ब्लाॅक प्रमुख शिवकुमार सिंह

लगभग हर चर्चित दल को टाटा कर अब सुभासपा के रास्ते चलेगे शिवकुमार

सुलतानपुर।उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले से बड़ी खबर है।
इसौली के पूर्व विधायक चंद्रभद्र सिंह उर्फ सोनू सिंह और धनपतगंज के पूर्व ब्लॉक प्रमुख यशभद्र सिंह उर्फ मोनू सिंह 
और भारतीय जनता पार्टी के विधायक विनोद सिंह की सियासी जंग थमी नहीं थी की भारतीय जनता पार्टी के लिए बुरी खबर आ गई।पंचायत चुनाव के पहले भाजपा पर राहु काल नजर आ रहा है।डेढ़ दशक में भाजपा जिला पंचायत अध्यक्ष ऊषा सिंह के पति बल्दीराय ब्लॉक प्रमुख शिवकुमार सिंह ने गुलाटी मारी है। 

सुल्तानपुर जिले के गुलाटी मारने में माहिर शिवकुमार सिंह ने कांग्रेस से सियासत की शुरूआत की थी। इसके बाद बहुजन समाज पार्टी की हांथी पर सवार हुए।फिर समाजवादी पार्टी में शामिल होकर साइकिल चलाई।पत्नी ऊषा सिंह को जिला पंचायत अध्यक्ष बनवाया।यूपी में जब सत्ता बदली तो सपा को टाटा करते हुए शिवकुमार सिंह ने भाजपा का दामन लिया।पंचायत चुनाव के पहले शिवकुमार सिंह ने गुलाटी मारी है।बीते बुधवार को कैबिनेट मंत्री सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के मुखिया ओमप्रकाश राजभर के सामने औपचारिक रूप से सुभासपा में शामिल हो गए।

सुल्तानपुर जिले में मचे सियासी तूफान पर भाजपा हाईकमान ने की नजर है।जल्दी ही पूरे मामले की भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और संगठन को डैमेज कंट्रोल की विस्तृत रिपोर्ट भेजी जाएगी।भाजपा जिलाध्यक्ष सुशील त्रिपाठी और भाजपा एमएलसी शैलेंद्र प्रताप सिंह ने बागियों की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर प्रारम्भिक रिपोर्ट सौंपी है।फिलहाल आने वाले पंचायत चुनाव में गुलाटीबाज शिवकुमार सिंह का सियासी भविष्य तय होगा।शिवकुमार सिंह भाजपा में आकर ब्लॉक प्रमुख बने तो पत्नी ऊषा सिंह को जिलापंचायत अध्यक्ष बनाया,लेकिन अब विधायक बनने की चाह में शिवकुमार सिंह बीते बुधवार को सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी का दामन थाम लिया।

 जानकार बताते है की बल्दीराय ब्लॉक प्रमुख शिवकुमार सिंह पिछले विधानसभा चुनाव में,जिस तरह जयसिंहपुर विधायक राज बाबू उपाध्याय ने निषाद पार्टी से टिकट लिया और सिम्बल लिया भाजपा से और चुनाव जीत लिया,लेकिन सुलतानपुर के इसौली विधानसभा में शिवकुमार सिंह के लिए ये डगर आसान नहीं है,क्योंकि इसौली विधानसभा से भद्र परिवार ने हमेशा ताल ठोंकी है,आगे भी भद्र परिवार इसौली से ताल ठोंक सकता है।वहीं दूसरी तरफ भाजपा के वरिष्ठ नेता ओमप्रकाश पांडेय उर्फ बजरंगी भी पीछे हटने वाले नही है।बरहाल इस समीकरण पर संगठन को मोहर लगानी है। 

एक समय था जब भद्र ब्रदर्श सोनू सिंह और मोनू सिंह और शिवकुमार सिंह की दुश्मनी हुआ करती थी।जिला पंचायत अध्यक्ष ऊषा सिंह 11 मई 2019 की रात लगभग साढ़े 10 बजे पति शिव कुमार सिंह और गनर के साथ दो वाहनों से सिंघनी से घर जा रही थीं।आरोप था कि रास्ते में बहुरहवां गांव के पास धनपतगंज ब्लॉक के पूर्व प्रमुख सदस्य यशभद्र सिंह उर्फ मोनू सिंह 10-12 लग्जरी वाहनों से पहुंचे और जिला पंचायत अध्यक्ष के वाहन में सवार क्षेत्र के श्यामजीत,विनोद यादव और ललित यादव को अगवा कर लिया।जब ऊषा सिंह और उनके गनर ने विरोध किया तो मोनू सिंह ने गनर के साथ ही जिला पंचायत अध्यक्ष के पति शिव कुमार सिंह की जमकर पिटाई की।शिव कुमार सिंह को एक कमरे में बंधक बनाकर जमकर पीटा गया।सूचना के बाद बल्दीराय थानाध्यक्ष पहुंचे, लेकिन उन्हें भी मोनू सिंह ने कमरे के बाहर बैठा दिया।इसके बाद जिला पंचायत अध्यक्ष के पति शिव कुमार सिंह की तहरीर पर पूर्व ब्लॉक प्रमुख यशभद्र सिंह उर्फ मोनू सिंह, अविनाश राठी,संदीप सिंह हैंडिल,कौशलेंद्र सिंह दिक्कत,अंशू सिंह,मयंक,राममूर्ति सिंह और एक अन्य के खिलाफ डकैती, मारपीट समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ,लेकिन भविष्य के सियासी दांव-पेंच देखने के बाद अब ये दुश्मनी दोस्ती मे बदल गई।बीते साल मोनू सिंह के पेट्रोल पंप के उद्घाटन समारोह में पहुंच कर शिवकुमार सिंह ने सियासी गलियारों मे हलचल बढ़ा दी थी। बरहाल ये दोस्ती अभी तक तो बरकरार है,लेकिन आने वाले विधानसभा चुनाव में शिवकुमार सिंह का सियासी भविष्य तय होगा। 

इसौली विधानसभा में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी की रैली से सियासी माहौल गरमा गया है।इसौली विधानसभा क्षेत्र में राजभर समाज का प्रभाव है।सुभासपा इस रैली के जरिए यहां अपनी पकड़ मजबूत करना चाहती है।शिवकुमार सिंह का पार्टी में आना भाजपा के लिए नुकसानदायक हो सकता है।क्षेत्र में उनका अच्छा प्रभाव है।सुभासपा 2027 के विधानसभा चुनाव से पहले पूर्वांचल में अपनी स्थिति मजबूत करने की रणनीति पर काम कर रही है।

More news