संभल।उत्तर प्रदेश के संभल में जामा मस्जिद हिंसा का मास्टरमाइंड अंतरराष्ट्रीय ऑटो लिफ्टर शारिक साटा की गिरफ्तारी के लिए संभल पुलिस ने लुक आउट नोटिस जारी किया है।शारिक साटा साल 2020 में फर्जी पासपोर्ट बनवाकर दुबई भाग गया और वहीं छिपा है।शारिक साटा पर 50 से अधिक आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं और वह यूपी,दिल्ली और हरियाणा में वांछित है।
पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि 24 नवंबर को संभल में हिंसा के दौरान 28 पुलिसकर्मी और एक एसडीएम घायल हुए थे, जबकि पांच लोगों की मौत हुई थी।
एसपी ने बताया कि इस हिंसा का मास्टरमाइंड शारिक साटा ही है।आरोपी उत्तर प्रदेश के साथ हरियाणा और दिल्ली में भी कई मामलों में वांछित है।
एसपी केके विश्नोई ने बताया कि पुलिस ने जामा मस्जिद सर्वे के दौरान हुई हिंसा में शारिक साटा की भूमिका को प्रमुख मानते हुए कार्रवाई की है।पुलिस अब तक उसके कई गुर्गों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।इसमें मुल्ला अफरोज,गुलाम मुस्तफा समेत अन्य आरोपी शामिल हैं।पूछताछ में सामने आया है कि शारिक साटा दुबई में बैठकर ही अपने गिरोह के जरिये लग्जरी वाहनों की चोरी और बिक्री कराता है। इतना ही नहीं वह अपने गुर्गों को हथियार और कारतूस भी मुहैया कराता है।
एसपी केके बिश्नोई ने बताया कि आरोपी विदेश में छिपा है। इसलिए उसकी गिरफ्तारी के लिए लुक आउट नोटिस जारी किया गया है।इसके बाद इंटरपोल और अन्य एजेंसियों की मदद से आरोपी पर शिकंजा कसा जा सकेगा।
बता दें कि शारिक साटा ने हुसैन के नाम से फर्जी पासपोर्ट बनवाया था और इसी पासपोर्ट पर दुबई भागा है।यह पासपोर्ट शारिक साटा ने साल 2020 में दिल्ली के पते पर जारी कराया था।इसके बाद शारिक साटा दुबई से अपने गिरोह को ऑपरेट कर रहा है।पूरे देश में शारिक साटा के पर 54 मुकदमे दर्ज हैं,समें संभल के नखासा थाने में 12 और संभल कोतवाली में एक मामला दर्ज है।बाकी मुदकमे दूसरे जिले और प्रदेश में दर्ज हैं,जो मुदकमे दर्ज हैं उसमें डकैती,लूट,चोरी,गैंगस्टर और अन्य संगीन मामलों के शामिल हैं।
बताते चलें कि साल 2022 में नवादा पुलिस ने शारिक साटा गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया था।पूछताछ में बताया गया कि उन्होंने एक वर्ष में 300 से ज्यादा साटा के नंबर बेचकर लाखों रुपये की कमाई की थी।वह फिक्स के अनुसार साटा गेम चलाते थे।