नए साल से पहले काशी विश्वनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़,स्पर्श दर्शन और प्रोटोकॉल पर रोक,ड्रोन से हो रही निगरानी 
नए साल से पहले काशी विश्वनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़,स्पर्श दर्शन और प्रोटोकॉल पर रोक,ड्रोन से हो रही निगरानी 

29 Dec 2025 |   38



 

वाराणसी।आध्यात्मिक नगरी काशी के मंदिरों में श्रद्धालुओं कि भारी भीड़ उमड़ रही है।हालत ऐसे हैं कि काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने भीड़ को देखते हुए स्पर्श दर्शन पर 2 जनवरी तक रोक लगा दी है।इसके साथ ही सभी तरीके के प्रोटोकॉल भी बंद कर दिए गए हैं।श्रद्धालुओं की बढ़ी हुई संख्या को देखकर यह कहा जा सकता है कि हालत महाकुंभ जैसे हो चुके हैं,इसे लेकर पुलिस और प्रशासन ने भी कमर कस ली है।
मंदिर प्रशासन ने विशिष्ट और अति विशिष्ट लोगों से अनुरोध किया है कि वो वर्तमान कि संख्या को देखते हुए कोई अनुरोध मंदिर प्रशासन को न भेजें। 

काशी विश्वनाथ मंदिर से लेकर गंगा आरती के स्थान तक ड्रोन से हो रही निगरानी 

काशी विश्वनाथ मंदिर से लेकर गंगा आरती के स्थान तक ड्रोन से निगरानी हो रही है।बैरिकेटिंग लगाकर श्रद्धालुओं को दर्शन कराया जा रहा है,रूट डाइवर्जन किया गया है। 31 दिसंबर और 1 जनवरी को काशी विश्वनाथ मंदिर जाने वाले रास्तों पर किसी भी वाहन को नहीं जाने दिया जाएगा। न‌ए साल के दिन काशी विश्वनाथ मंदिर और गंगा आरती में शामिल होने के लिए लोग काशी पहुंच चुके हैं। 25 दिसंबर से ही लाखों की संख्या में श्रद्धालु रोजाना बाबा विश्वनाथ के दर्शन कर रहे हैं और दशाश्वमेघ कि गंगा आरती में भी शामिल हो रहे हैं। नजारा महाकुम्भ जैसा नजर आ रहा है। 

प्रशासन ने की पूरी तैयारी

दशाश्वमेघ के एसीपी ने बताया कि रोजाना लाखों कि संख्या में लोग काशी पहुंच रहे हैं,जिनकी सुरक्षा के लिए बैरिकेटिंग की गई है,शहर के कई हिस्सों मे डाइवर्जन किया गया है,पीए सिस्टम से अनाउंसमेंट कराया जा रहा है।एसपी ने बताया कि गोदौलिया चौराहे पर कंटोल रूम बनाया जा रहा है, जहां सीसीटीवी के जरिए घाटों से लेकर मंदिर और संवेदनशील इलाकों पर लगातार नजर रखी जाएगी।ड्रोन से एरियल सर्विलांस कराया जा रहा है, नाविकों के साथ बैठक करके सभी को लाइफ सेविंग जैकेट के बाद ही नाव यात्रा कराने के निर्देश दिए गए हैं। सोशल मिडिया पर पैनी नजर है। इसके साथ ही पीएसी, सिविल फोर्स, पैरामिलिट्री फोर्स के आलावा सादे वेश में भी सुरक्षा अधिकारियो की तैनाती की गई है।

अलग-अलग जोन में बंटे प्रवेश और निकास द्वार

बता दें कि काशी विश्वनाथ मंदिर के चारों प्रवेश और निकास द्वार अलग -अलग जोन मे बांट दिए गए हैं।गेट नंबर 1 ढूंढीराज से प्रवेश के साथ निकास कि व्यवस्था बनाई गई है। गेट नंबर 2 सरस्वती फाटक में भी यही व्यवस्था है। गेट नंबर 3 गंगा द्वार से प्रवेश के लिए मंदिर परिसर तक बैरिकेटिंग में प्रवेश कर श्रद्धालु सुगम दर्शन कर रहे हैं। गेट नंबर 4 मुख्य वीआईपी गेट से तीन अलग-अलग द्वार बनाए गए हैं। गोदौलिया से आने वाले श्रद्धालु नंदूफरिया गेट से एंट्री लेंगे तो काशी वासियो के लिए अलग एंट्री है।वहीं चौक थाने कि ओर से आने वालों श्रद्धालुओं को गेट नंबर 4-B से मंदिर परिसर में भेजा जा रहा है। 

मंदिर के सीईओ ने दी जानकारी

काशी विश्वनाथ मंदिर के सीईओ विश्व भूषण मिश्रा ने बताया कि बीते 24 दिसम्बर से भक्तों की संख्या बढ़ गई है। ऐसे में सुविधा जनक दर्शन के लिए कई निर्णय लिए गए हैं। दो जनवरी तक मंदिर में बाबा के स्पर्श दर्शन पर रोक रहेगी। किसी भी प्रकार का प्रोटोकॉल स्वीकार नहीं किया जायेगा। भारी संख्या में आए श्रद्धालुओं कि सुविधा के लिए विशिष्ट व्यवस्था नहीं की जाएगी।

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