ब्रह्मोस बस हथियार नहीं,एक संदेश,राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को चेताया,रावलपिंडी तक भारतीय सेना की धमक
ब्रह्मोस बस हथियार नहीं,एक संदेश,राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को चेताया,रावलपिंडी तक भारतीय सेना की धमक

11 May 2025 |   39



ब्यूरो धीरज कुमार द्विवेदी



लखनऊ।रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर में ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल निर्माण इकाई का लखनऊ में वीडियो कांफ्रेंस के जरिए उद्घाटन किया।यह 300 करोड़ रुपये की अत्याधुनिक सुविधा हर साल 80 से 100 ब्रह्मोस मिसाइलों के उत्पादन की क्षमता रखती है।

ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल 290 से 400 किलोमीटर तक की दूरी पर सटीक हमला कर सकती है और इसकी गति मैक 2.8 तक पहुंचती है,इसे जमीन,समुद्र और हवा से लॉन्च किया जा सकता है और यह फायर एंड फॉरगेट सिस्टम पर काम करती है,जिससे इसकी सटीकता और घातक क्षमता में अत्यधिक बढ़ोतरी होती है।

इस अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ब्रह्मोस की ताकत बताते हुए कहा कि जहां तक ब्रह्मोस का प्रश्न है,तो आप सभी जानते हैं कि यह दुनिया की सबसे तेज सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों में से एक है,लेकिन ब्रह्मोस सिर्फ एक हथियार नहीं है,यह अपने आप में एक संदेश है,हमारी सशस्त्र सेनाओं की शक्ति का,हमारे दुश्मनों के प्रति हमारे प्रतिरोध का और हमारी सीमाओं की रक्षा के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का।उन्होंने आगे कहा कि यह निर्माण इकाई भारत की रक्षा उत्पादन क्षमता को और मजबूती प्रदान करेगी और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक और ठोस कदम है।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारतीय सेनाओं ने ऑपरेशन सिंदूर को पाकिस्तान में मौजूद आतंकी ढांचा ढहाने के उद्देश्य से लॉन्च किया था,हमने उनके आम नागरिकों को कभी निशाना नहीं बनाया था,मगर पाकिस्तान ने न केवल भारत के नागरिक इलाकों को निशाना बनाया बल्कि मंदिर, गुरुद्वारा और गिरजाघर पर भी हमले करने का प्रयास किया।
रक्षा मंत्री ने कहा कि भारतीय सेना ने शौर्य और पराक्रम के साथ-साथ संयम का भी परिचय देते हुए पाकिस्तान के अनेक सैन्य ठिकानों पर प्रहार करके करारा जवाब दिया है,हमने केवल सीमा से सटे सैन्य ठिकानों पर ही कार्रवाई नहीं की, बल्कि भारत की सेनाओं की धमक उस रावलपिंडी तक सुनी गई, जहां पाकिस्तानी फौज का हेडक्वार्टर मौजूद है।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत में आतंकवादी घटनाएं करने और कराने का क्या अंजाम होता है,यह पूरे विश्व ने उरी की घटना के बाद देखा,जब हमारी सेना ने पाकिस्तान में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक की,पुलवामा के बाद देखा जब बालाकोट पर एयर स्ट्राइक की गईं और अब पहलगाम की घटना के बाद दुनिया देख रही है,जब भारत ने पाकिस्तान के भीतर घुसकर मल्टीपल स्ट्राइक्स की हैं। रक्षा मंत्री ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर चलते हुए हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट कर दिया है कि यह नया भारत है,जो आतंकवाद के खिलाफ सरहद के इस पार और उस पार दोनों तरफ प्रभावी कार्रवाई करेगा।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि आज का दिन हमारे शहर लखनऊ और हमारे राज्य उत्तर प्रदेश और पूरे देश के लिए एक ऐतिहासिक दिन है,मैं समझता हूं कि आज का दिन उस शक्ति की आराधना का दिन है,जो हमारी सेनाओं को संबल प्रदान करती है,जो हमारी सेनाओं में निहित होकर दुश्मन पर कहर बरपाती है। रक्षा मंत्री ने कहा कि आज का दिन मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से महत्त्वपूर्ण है,क्योंकि मैंने अपने शहर लखनऊ के लिए एक सपना देखा था कि मेरा शहर भारत के डिफेंस सेक्टर को मजबूत करने में एक बड़ा योगदान दे,वह सपना अब पूरा हो रहा है।ब्रह्मोस भारत और रूस की सबसे उन्नत रक्षा तकनीक का एक संगम है,जैसे उत्तर प्रदेश का प्रयागराज अपने संगम के लिए मशहूर है,वैसे ही भविष्य में लखनऊ भी इस तकनीकी संगम के लिए जाना जाएगा,यह सुविधा कई खास विशेषताओं को समेटे हुए है,यह आगे चलकर प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर पैदा करेगी,मुझे यकीन है कि यह क्षेत्र भविष्य में एक विकास केंद्र के रूप में उभरेगा।

नेशनल टेक्नोलॉजी डे का जिक्र करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि ब्रह्मोस इंटीग्रेशन और टेस्टिंग सुविधा का उद्घाटन इसलिए खास है,क्योंकि आज नेशनल टेक्नोलॉजी डे है, 11 मई 1998 को अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में हमारे वैज्ञानिकों ने पोखरण में परमाणु परीक्षण कर भारत की ताकत दुनिया को दिखाई थी,यह उपलब्धि वैज्ञानिकों, इंजीनियरों,रक्षा कर्मियों और अन्य लोगों के अथक प्रयासों का नतीजा थी। रक्षा मंत्री ने कहा कि आज का दिन हमारे वैज्ञानिकों और इंजीनियरों के योगदान को सम्मान देने का दिन है,जब मैंने इसका शिलान्यास किया था,उस दौरान मैंने यह इच्छा जाहिर की थी कि जितनी जल्दी हो सके,इस प्रोजेक्ट को पूरा कर लिया जाए,मुझे यह देखकर बड़ी खुशी हुई कि आप लोगों ने मेरी भावनाओं का मान रखा और महज 40 महीनों में ही इस प्रोजेक्ट को पूरा करके दिखाया,आज हमारे आसपास जैसी परिस्थितियां हैं,उसे देखते हुए यह बेहद जरूरी हो जाता है कि हम अपने लक्ष्यों को ऐसे ही,समयबद्ध तरीके से पूरा करते रहें।मैं इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के योगदान के लिए विशेष आभार प्रकट करता हूं।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस अवसर पर डीआरडीओ, वैज्ञानिकों,इंजीनियरों और इस प्रोजेक्ट से जुड़े हर व्यक्ति और संस्था को बधाई दी। रक्षा मंत्री ने कहा कि हमारी सरकार जब उत्तर प्रदेश में डिफेंस कॉरिडोर के विजन को लेकर आगे बढ़ी थी,तो उस समय हमारे सामने अनेक बड़े लक्ष्य थे,उन तमाम लक्ष्यों में से हमारा एक उद्देश्य यह भी था कि हम उत्तर प्रदेश को एक बार फिर देश के प्रोडक्शन सेंटर के रूप में विकसित करें,यूपी डिफेंस कॉरिडोर लखनऊ सहित,कानपुर,झांसी, चित्रकूट,आगरा और अलीगढ़ से होकर गुजरता है और ये सभी नोड्स आने वाले समय में विकास के नए केंद्र बनकर उभरेंगे।

More news