यूपी विधानसभा में राजा भइया ने की मांग,मंदिरों से हट जाए सरकारी नियंत्रण
किसी भी मस्जिद और चर्च से पैसा सरकार नहीं लेती,लेकिन चार लाख मंदिरों से लेती है
ब्यूरो धीरज कुमार द्विवेदी
लखनऊ।उत्तर प्रदेश विधानसभा में नॉनस्टॉप चर्चा में गुरुवार सुबह कुंडा विधायक जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के मुखिया रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भइया ने कहा कि मंदिरों से सरकारी नियंत्रण हटना चाहिए।किसी भी मस्जिद और चर्च से पैसा सरकार नहीं लेती,लेकिन चार लाख मंदिरों से लेती है।
राजा भइया ने कहा कि राष्ट्र निर्माण के लिए सुझाव देना चाहिए,लेकिन कुछ लोग 2027 की बात कर रहे है।भारत के संविधान की प्रस्तावना एक झटके में बदल दी गई।आज जनता को जागरूक करना है।मैकाले की शिक्षा प्रणाली ने हम लोगों को हीन भावना से भर दिया।राजा भइया ने कहा कि कुम्भ की तारीफ देश विदेश में हुई,भारत इसलिए धर्म निरपेक्ष देश है,क्योंकि यह देश हिंदू बाहुल्य है।विकसित भारत, आत्मनिर्भर भारत यूपी के बिना नहीं हो सकता।तू माटी का लाल है कोई कंकड़ या धूल नहीं..परिवर्तन का एक नारा है। 2047 तक कैसे विकसित होगा भारत, 21वीं सदी भारत की होगी कोई रोक नहीं पाएगा।
राजा भइया ने कहा कि कल से देख रहे हैं कई सदस्य ऐसे बोल रहे हैं जैसे बजट पर बोल रहे हैं।हमें अपनी राय देनी है और सुझाव देने हैं।मानने लायक हुए तो। राजा भइया ने कहा हमें तकनीक के साथ खड़े रहना है।कैसे सुधार लाकर विश्व गुरु बनें इस विषय में सुझाव की जगह 1947 की बात छोड़ दीजिए,2027 में हम आ रहे हैं,अरे मोदी ने नहीं कहा 2047 में हमारी सरकार होगी,ये देश की उन्नति के लिए लॉन्ग टर्म प्लानिंग है।आतंकवाद बाहर और अंदर से खतरा है,अमरनाथ के लिए 80 हजार सैन्य बल लगते हैं सुरक्षा के लिए।बिना सुरक्षा दर्शन नहीं हो सकते।आतंकवादी क्या हाल करेंगे।
पहलगाम पर राजा भइया बोले कि हिंदू देखकर मारा जाति नहीं पूछी।घर,संपत्ति,व्यापार का बंटवारा करोगे तो कमजोर करोगे। राजा भइया ने कहा कि सबसे बड़ा लोकतंत्र है भारत, क्योंकि बहुसंख्यक हिंदू समाज रहता है।जहां सुल्तान है या तानाशाह है वहां की बात नहीं है।जहां संविधान लागू है वहां संशोधन है,लेकिन प्रस्तावना नहीं बदली किसी देश की।राजा भइया ने कहा कि शिक्षा प्रणाली ने हीन भावना सिखा दी है।गुरुकुल बंद हो गए हैं। राजा भइया ने कहा कि किसी देश ने अपनी आस्तीन में सांप नहीं पाले हैं,हमले कई सांप पाले हुए हैं।
कुंभ पर चर्चा करते हुए राजा भइया ने कहा कि कुंभ में अद्भुत व्यवस्था थी।योगी गोरखपुर जितनी बार नहीं गए उतनी बार प्रयाग गए।किसी मजहब के लोगों को नहीं रोका न धर्म की जगह को नुकसान पहुंचाया।भारत सनातन बाहुल्य है। राजा भइया ने गुजारिश की कि कृषि भूमि की कमी हो रही है इस चिंता को ध्यान में रखें।