लखनऊ।स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के कई दिलेर अधिकारियों और कर्मचारियों को उनकी बहादुरी के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा वीरता पदक (गैलंट्री मेडल) से सम्मानित किया गया।यह उन अधिकारियों को मिला जो अलग-अलग मुठभेड़ों में कुख्यात अपराधियों को मार गिराने में अदम्य साहस का परिचय दिया।इसमें डिप्टी एसपी,इंस्पेक्टर,सब-इंस्पेक्टर और हेड कांस्टेबल शामिल हैं।
डिप्टी एसपी धर्मेश कुमार शाही,सब-इंस्पेक्टर यशवंत सिंह और हेड कांस्टेबल नीरज कुमार पांडे को 3 सितंबर 2021 को बलिया जिले के रसड़ा थाना क्षेत्र में हुए एक एनकाउंटर के लिए सम्मानित किया गया।इस मुठभेड़ में 1 लाख का इनामी और शहाबुद्दीन गैंग का शूटर मारा गया था,इस पर 33 से अधिक मुकदमे दर्ज थे।
डिप्टी एसपी दीपक कुमार सिंह,इंस्पेक्टर हेमंत भूषण सिंह और हेड कांस्टेबल विनोद कुमार को 5 जनवरी 2024 को गोरखपुर में हुई मुठभेड़ के लिए वीरता पदक मिला।इस मुठभेड़ में 1 लाख का इनामी अपराधी विनोद कुमार उपाध्याय मारा गया था।
नोएडा एसटीएफ यूनिट के सब-इंस्पेक्टर अक्षय परवीर कुमार त्यागी,राजन कुमार और मुकेश सिंह को भी वीरता पदक से नवाजा गया। इन्होंने 7 जुलाई 2021 को नोएडा में 2 लाख के इनामी अजय उर्फ कालिया को मुठभेड़ में ढेर किया था।अजय उर्फ कालिया हाईवे पर लूट और रेप जैसी कई वारदातों में वांछित था।
सब-इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार को 2 जुलाई 2020 को अलीगढ़ के टप्पल में 50 हजार के इनामी बबलू उर्फ गंजा को मार गिराने के लिए सम्मानित किया गया।बबलू गंजा एक्सेल गैंग का सदस्य था और लूटपाट की कई घटनाओं में शामिल था।