हापुड़।उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में सिंभावली पुलिस,नोएडा एसटीएफ और बिहार एसटीएफ ने रविवार रात साझा ऑपरेशन में 50 हजार का इनामी कुख्यात बदमाश डब्लू यादव उर्फ सूरज यादव को मुठभेड़ में ढेर कर दिया। डब्लू के पास से एसटीएफ ने एक बाइक,कार्बाइन और तमंचा बरामद किया है।
डब्लू यादव के खिलाफ बिहार में संगीन अपराध के 24 मुकदमे दर्ज थे।डब्लू यादव बिहार के बेगूसराय के साहेबपुर कमाल थाना क्षेत्र के ज्ञानडोल गांव का रहने वाला था। डब्लू ने पिछले 14-15 सालों से अपना अपराध जगत में सक्रिय रहते हुए अपना आतंक फैला रखा था।बेगूसराय में वह काफी चर्चित अपराधी था।डब्लू पर 2017 में एक गवाह की गोली मारकर हत्या कर देने का भी आरोप लगा था।
डब्लू यादव पर दर्ज मुकदमों में हत्या,हत्या के प्रयास,डकैती,रंगदारी,लूट,गवाहों पर हमले, अवैध हथियार रखने और अपहरण जैसे कई मामले थे।सिर्फ बेगूसराय के साहेबपुर कमाल थाना क्षेत्र में डब्लू के खिलाफ 22 मुकदमे दर्ज हैं। बताया जा रहा है कि डब्लू के खिलाफ बेगूसराय के अलावा एक मुकदमा यूपी के बलिया और एक मुकदमा बिहार के मुंगेर में भी दर्ज है।
डब्लू यादव बेगूसराय में पिछले डेढ़ दशक से अपराध कर रहा था। डब्लू ने बकायदा गैंग बना लिया था।यह गैंग जबरन वसूली और अवैध हथियारों की खरीद-फरोख्त भी करता था। गैंग ने हत्या,लूट और डकैती जैसी कई वारदातों को अंजाम दिया।बेगूसराय में डब्लू यादव के नाम की काफी दहशत थी,लोग उसके नाम से खौफ खाते थे। डब्लू पर अपने खिलाफ दर्ज मामलों में गवाहों को धमकाने के आरोप लगते थे।
बिहार के बेगूसराय जिले के साहिबपुर कमाल थाना क्षेत्र में 24 मई को कुख्यात बदमाश डब्लू यादव और उसके अन्य हथियारों से लैस साथियों ने फिल्मी अंदाज में ताबड़तोड़ फायरिंग करते हुए बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के नेता राकेश कुमार उर्फ विकास को अगवा करके उनकी हत्या कर दी थी। शव को करीब 5 फीट गहरे गड्ढे में गाढ़ दिया गया था।राजेश का शव 29 मई को बेगूसराय और मुंगेर के सीमावर्ती इलाके से करीब 5 फीट गहरे गड्ढे से बरामद हुआ था।इस मामले को लेकर राकेश कुमार के परिवारीजनों और समर्थकों ने बेगूसराय में सड़क पर प्रदर्शन भी किया था।
इस सनसनी खेज हत्याकांड में डब्लू यादव और उसकी सरपंच पत्नी सीता देवी सहित उनके साथियों पर लगा था। डब्लू पर 18 जुलाई को बेगूसराय पुलिस ने 50 हजार का इनाम घोषित किया था।हम नेता राकेश कुमार की अपहरण के बाद हुई हत्या के मामले में नाम आने के बाद से पुलिस डब्लू के पीछे पड़ गई थी।
बताते हैं कि बेगूसराय में डब्लू यादव के नाम की काफी दहशत थी,लोग उसके नाम से खौफ खाते थे। डब्लू पर अपने खिलाफ दर्ज मामलों में गवाहों को धमकाने के आरोप लगते थे।
बता दें कि 27-28 जुलाई की रात हापुड़ के सिंभावली थाना क्षेत्र में कुख्यात बदमाश डब्लू यादव के होने की जानकारी पुलिस को मिली थी।इस पर नोएडा एसटीएफ,बिहार एसटीएफ और हापुड़ के सिंभावली थाने की पुलिस ने ज्वाइंट ऑपरेशन किया।पुलिस ने डब्लू यादव की घेराबंदी,मुठभेड़ में डब्लू घायल हो गया,उसे तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाया गया जहां इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई।