ब्यूरो धीरज कुमार द्विवेदी
लखनऊ।कैब चालक की नृशंस हत्या में पुलिस को एक और बड़ी सफलता मिली है।दो जिलों में एक हफ्ते के अंदर कैब लूटकर और चालक की नृशंस हत्या करने वाले डेढ़ लाख का इनामी बदमाश गुरुसेवक सिंह को रविवार देर रात पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया।पुलिस को देखकर गुरुसेवक ने फायरिंग की थी।जवाबी कार्रवाई में पुलिस की ओर से उसके सीने में तीन गोलियां लगी।अस्पताल में डॉक्टरों ने गुरुसेवक को मृत घोषित कर दिया।गुरुसेवक के साथ उसके साथी अजय और विकास कनौजिया भी शामिल था।
बता दें कि शुक्रवार की देर रात पुलिस ने अजय सिंह को एनकाउंटर में गिरफ्तार कर चुकी है।आगरा एक्सप्रेस-वे पर एनकाउंटर में मारा गया डेढ़ लाख का इनामी बदमाश गुरुसेवक कई जिलों में वांछित चल रहा था। 29 सितंबर को बुद्धेश्वर वादरखेड़ा में रहने वाले ओला कैब चालक योगेश की गाड़ी सीतापुर के लिए बुक की थी। रास्ते में विकास कार से उतर गया।अजय,गुरुसेवक और एक अन्य ने योगेश को कार में पीटा,बंधक बना लिया,इसके बाद योगेश की गला घोंटकर हत्या कर दी।सिर पर भारी वस्तु से प्रहार किया। इसके बाद चेहरे पर टेप लपेट कर शव सीतापुर के पिसावां में झाड़ियों में फेंक दिया और कार व मोबाइल लूटकर फरार हो गए थे।
पुलिस उपायुक्त पश्चिम विश्वजीत श्रीवास्तव के मुताबिक मुठभेड़ में मारा गया बदमाश गुरुसेवक शाहजहांपुर का रहने वाला है।मुखबिर को इनपुट मिला था कि गुरुसेवक दूसरे राज्य में कार बेचने जा रहा है।उसके बाद आगरा एक्सप्रेसवे पर जीरो प्वाइंट ढाबे के पास पुलिस और क्राइम टीम को लगा दिया गया।संदिग्ध कार आते दिखी तो पुलिस टीम ने उसे रोकने का प्रयास किया। इस पर बदमाश ने रफ्तार बढ़ा दी। पुलिस ने घेराबंदी की तो वह फायरिंग करने लगा। पुलिस की जवाबी फायरिंग में उसे गोली लगी। बदमाश की फायरिंग में इंस्पेक्टर शिवानंद मिश्रा और दरोगा अतुल की बुलेट प्रूफ जैकेट पर गोली लगी, दोनों सकुशल हैं। पुलिस की जवाबी फायरिंग में गुरुसेवक घायल हो गया,उसे रानी लक्ष्मी बाई अस्पताल ले जाया गया। वहां से ट्रॉमा भेज दिया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
पुलिस उपायुक्त पश्चिम विश्वजीत श्रीवास्तव के मुताबिक गिरोह के सरगना गुरुसेवक के साथ बदमाश अजय और विकास कनौजिया समेत एक और ने 29 सितंबर को बुद्धेश्वर वादरखेड़ा में रहने वाले ओला कैब चालक योगेश की गाड़ी सीतापुर के लिए बुक की थी।रास्ते में विकास कार से उतर गया,जबकि अजय,गुरुसेवक व एक अन्य ने योगेश को कार में पीटा, बंधक बना लिया। गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। सिर पर भारी वस्तु से प्रहार किया। इसके बाद चेहरे पर टेप लपेट कर शव सीतापुर के पिसावां में झाड़ियों में फेंक दिया और कार व मोबाइल लूटकर फरार हो गए थे।
पुलिस ने बताया कि फरारी के दौरान बदमाश शाहजहांपुर में रहे।वहां छह अक्तूबर को गुरुसेवक और गिरोह के अन्य लोगों ने कैब चालक अवनीश दीक्षित को पुवायां से सितारगंज (उत्तराखंड) ले जाने के लिए बुक किया था।गुरुसेवक,अजय और गिरोह के अन्य बदमाशों ने अवनीश दीक्षित की भी हत्या कर दी और कार लूट ले गए थे। अवनीश दीक्षित का शव रोजा में फेंका था। सीसी फुटेज से शाहजहांपुर पुलिस ने भी दोनों की पहचान की थी।गुरुसेवक के खिलाफ हत्या, लूट और चोरी के आठ मुकदमे शाहजहांपुर, हरदोई और लखनऊ में दर्ज हैं।
पुलिस ने बताया कि गाड़ी बुकिंग पर ले जाकर पुवायां निवासी ड्राइवर अवनीश दीक्षित की हत्या कर गाड़ी लूटने वाले आरोपी का आखिरकार लखनऊ में एनकाउंटर हो गया।आरोपी की पहचान पुवायां कोतवाली क्षेत्र के पटई गांव निवासी गुरुसेवक सिंह के रूप में हुई है।उस पर शाहजहांपुर में ड्राइवर अवनीश दीक्षित की हत्या के बाद 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था।
शाहजहांपुर के पुवायां कोतवाल रवीकरण ने बताया कि गुरुसेवक सिंह का लखनऊ में एनकाउंटर हो गया है। उसके खिलाफ हत्या, लूट और अपहरण की गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज था। हालांकि अवनीश दीक्षित की गाड़ी अभी तक बरामद नहीं हो सकी है।गुरुसेवक पटई गांव का रहने वाला था और रोजा थाना क्षेत्र में भी उसने अपना ठिकाना बना रखा था।