राजीव कुमार तिवारी
लालगंज, प्रतापगढ़।उत्तर प्रदेश के बड़के जिले प्रतापगढ़ में गुरुवार को एक ही परिवार के तीन लोगों की साथ हुई मौत से में हडकंप मच गया।जिले के प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया।पुलिस अधीक्षक डाॅक्टर अनिल कुमार,अपर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी संजय राय,लालगंज उपजिलाधिकारी शैलेन्द्र वर्मा, क्षेत्राधिकारी लालगंज रामसूरत सोनकर समेत लीलापुर प्रभारी निरीक्षक अरूण सिंह भारी फोर्स के साथ घटनास्थल पहुंचे।एसपी के निर्देश पर फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल की जांच शुरू की।पुलिस प्रारंभिक तौर पर घटना को आत्महत्या की तरफ केन्द्रित करती दिखी।लोगों में यह घटना आत्महत्या के रूप में पचती नही देखी जा रही है।इस घटना में पांच महीने के मासूम का जिन्दा रहना घटना को संशय के घेरे में लाकर खड़ा कर दिया है।
लीलापुर थाना क्षेत्र के सगरा सुंदरपुर बाजार में रायबरेली जिले के मूल निवासी 24 वर्षीय अंकित पटवा 22 वर्षीय पत्नी रिया और 52 वर्षीय मां आशा देवी के साथ यहां ननिहाल में रहते थे।अंकित की शादी डेढ़ साल पहले हुई थी।अभी पांच महीने पहले ही अंकित को बेटा पैदा हुआ।बुधवार की रात परिवार के तीनों सदस्य मासूम के साथ खा पीकर कमरे में सोने चले गये।गुरूवार की सुबह दूध देने पहुंचा शम्भू ने दरवाजा न खुलने पर पड़ोसी से फोन करवाया।अंकित और उसकी मां का फोन न उठने पर अनहोनी की आशंका में पड़ोसी ने सगरा सुंदरपुर पुलिस चौकी में सूचना दी।सूचना मिलने पर लीलापुर पुलिस भी फौरन मौके पर पहुंच गयी। पुलिस की मौजूदगी में कमरे का दरवाजा तोड़वाया गया।
अंकित पटवा व उसकी पत्नी रिया और अंकित की मां आशा देवी का शव बेड पर तीन शव देखकर लोग दांतो तले उंगली दबा बैठे।यशोदा देवी की भी एक साथ तीन शव देख चीख निकल पड़ी।घटना की सूचना पाकर अपर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी संजय राय और सीओ लालगंज रामसूरत सोनकर भी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने तीनों शवों का पंचनामा करवाया। इसके बाद शव को पीएम के लिए जिला मुख्यालय भेजवाया गया।
सरेबाजार एक साथ तीन मौतों की खबर से बाजार और आसपास के गांवों के लोग भी भारी संख्या में अंकित पटवा के घर पहुंच गए।एसपी डाॅक्टर अनिल कुमार ने भी घटनास्थल का निरीक्षण किया।उन्होने फोरेंसिक टीम को फौरन मौके पर पहुंचकर जांच व साक्ष्य जुटाने के निर्देश दिये।घटना स्थल पर मिले तीनों शव के मुंह से झाग निकल रहा था।इसी आधार पर पुलिस घटना को प्रथम दृष्टया आत्महत्या आंकती देखी गयी। वहीं घटना स्थल पर जुटे लोगों के जहन में पांच माह के मासूम कार्तिक का बच जाना घटना को संशय में लिए हुए दिखा। लोगों में यह चर्चा देखी सुनी गयी कि यदि यह आत्महत्या है तो मासूम के माता-पिता किसके सहारे पांच माह के बच्चे को छोड गये।मृतक की नानी यशोदा भी काफी बुजुर्ग हैं।घटना स्थल पर दबी जुबान से मृतक परिवार का जमीनी रंजिश का मामला भी चर्चा में रहा।
अंकित पटवा के पिता राकेश ने उसकी मां को करीब 25 साल पहले छोड़ दिया था।इसके बाद से अंकित की मां अपने मायके में रहने लगी।डेढ़ साल पहले ही अंकित की धूमधाम से शादी हुई थी। पांच महीने के मासूम के घर में किलकारी गूंजने पर परिवार में हंसी खुशी का माहौल और गहरा गया था। घटना स्थल पर जुटे लोगों की आंखे उस समय भर आयीं जब बार-बार मासूम शवों को देखकर बिलख रहा था।
घटना की जानकारी पाकर क्षेत्रीय विधायक जीतलाल पटेल भी मौके पर पहुंचे। विधायक जीतलाल ने यशोदा देवी को ढांढ़स बंधाया।एक साथ हुई तीन मौतों की जिले भर में पूरे दिन सनसनीखेज चर्चा का माहौल लिए देखा गया। पुलिस को अब पीएम रिपोर्ट की प्रतीक्षा है।एसपी के मुताबिक शवों का पीएम पैनल के साथ वीडियोग्राफी के बीच कराया जाएगा। इधर देर शाम मृतकों के पीएम रिपोर्ट में जहर से मौत होने की चिकित्सकों ने संभावना व्यक्त की है।विसरा प्रिजर्व कर अनुसंधान केंद्र परीक्षण के लिए भेजवाया जाएगा। पीएम रिपोर्ट के बाद घटना का रूख फूड प्वांइजनिंग की ओर भी आंका जा रहा है।
क्या कहते हैं एसपी-तीन मौतों की इस घटना की डाक्टर्स के पैनल के द्वारा वीडियोग्राफी के साथ शव के पीएम कराए जाएंगे। घटना को लेकर फोरेंसिक टीम जांच कर रही है। तीनों शव के मुंह से झाग देखा गया है। सभी पहलुओं की जांच की जा रही है। घटना को लेकर तहरीर मिलने पर विधिक कार्रवाई भी की जाएगी- डा0 अनिल कुमार पुलिस अधीक्षक प्रतापगढ़।