राजीव कुमार तिवारी
प्रतापगढ़।उत्तर प्रदेश के बड़के जिले प्रतापगढ़ के लीलापुर थाना क्षेत्र के सगरा सुंदरपुर बाजार में एक साथ हुई तीन मौतों का गम अभी कम भी नहीं हुआ था कि मासूम की एक मात्र सहारा वृद्धा की भी मौत हो गयी। बाजार निवासी स्वर्गीय मोती लाल की पत्नी 95 वर्षीय यशोदा देवी की गुरूवार रात अचानक तबीयत खराब हो गयी और देर रात यशोदा की मौत हो गयी। मौत से परिजनों में कोहराम मच गया।
सगरा सुंदरपुर बाजार में बीते माह 25 जून की रात एक ही बेड पर मां बेटे और बहू का संदिग्ध हालत में शव पाया गया था। हादसे में जहां मां आशा देवी, बेटे अंकित और बहू रिया की मौत हो गयी थी। वहीं 6 माह का मासूम कार्तिक बच गया। घटना को लेकर बाजार में महीनों तरह-तरह की चर्चा का माहौल भी गर्म दिखा था।पुलिस ने घटना को जमीनी विवाद से जहरखुरानी से भी जोड़कर जांच का बिंदु आगे बढ़ाने की कोशिश की थी।पुलिस ने कुछ लोगों को थाने बैठाकर लम्बी पूछतांछ भी की थी पर नतीजा सिफर निकला।
घटना को लेकर सबसे बड़ा सवाल लोगों में आज भी तैर रहा है कि आखिर मां बेटे और बहू की मौत जहरखुरानी से कैसे हो गयी। सीओ आशुतोष मिश्र का कहना है कि मृतकों के पीएम रिपोर्ट में जहर निकलने की बात आयी थी।बिसरा प्रिजर्व किया गया, हालांकि अभी तक बिसरा रिपोर्ट पुलिस को नही मिल सकी है।
बता दें कि मासूम कार्तिक को ननिहाल में पाला पोषा जा रहा है। यशोदा की मौत को लोग घर में हुई एक साथ तीन मौतों से गमजदा होने के कारण भी आंक रहे हैं।