लालगंज में भी अस्मिता की आंच पर आखिर धधकने लगी चिंगारी
गैरमानक के रसूखदार होटलों के संचालन पर ओढ़ी है खामोशी की चादर,खतरे की घंटी का आगाज
राजीव कुमार तिवारी
प्रतापगढ़।लालगंज नगर के स्टेट हाइवे से सटे एक होटल में दिनदहाड़े नाबालिग छात्रा के साथ दुष्कर्म की घटना यहां धड़ल्ले से संचालित हो रहे होटलों की मनमानी की परत को उजागर कर दिया है।कस्बे और आसपास संचालित हो रहे होटलों का न तो कोई मानक दिखता है और न ही इनकी मनमानी पर कोई प्रशासनिक लगाम ही नजर आती है।
नाबालिग छात्रा के साथ सियासी पहुंच रखने वाले मालिकाना होटल में दुष्कर्म की वारदात एक बार नहीं कई बार हुई।इसके बावजूद भी कोतवाली की नाक के नीचे होटल में पनप रहा यह गोरखधंधा पुलिस से आंखमिचौली करता रहा।लालगंज क्षेत्र में आजकल होटल और जमीन की प्लाटिंग का धंधा खूब फल फूल रहा है।नेशनल हाइवे या स्टेट हाइवे से लगे होटलों में मानकों को लेकर हाइवे अथारिटी भी खामोशी की चादर ओढ़े हुए है। इन रसूखदार होटलों में खानपान को लेकर भी जिले का स्वास्थ्य महकमा जांच से कोशो दूर रहा करता है।फूड विभाग की भी नजर इन होटलों में खानेपीने की सामाग्री को लेकर माहवारी फिक्सिंग की छूट दिये हुए है।विभाग की नजर छोटे मोटे दुकानदारों पर जरूर गाहेबगाहे आ टिकती है।
कालेज की नाबालिग छात्रा के साथ दुष्कर्म की घटना ने होटल टनाटन को भी जांच के गहरे दायरे में लाकर खड़ा किया है। लोगों के मन में साफतौर पर यह सवाल कौंध रहा है कि आखिर दिन में एक नाबालिग छात्रा को आरोपी युवक के साथ ठहरने के लिए रूम का आवंटन हुआ कैसे,होटल में लोगों के ठहरने को लेकर कारण भी दर्शाया जाता है।लालगंज में न तो कोई रेलवे लाइन है और न ही रेलवे का कोई हाल्ट। ऐसे में यह सवाल भी लाजमी है कि आसपास के ही रहने वाले लोगों को चंद घंटे के लिए होटल बुकिंग की क्या जरूरत आ पड़ती है।
इस वारदात से क्षेत्र में स्कूली छात्राओं को लेकर अभिवावकों के भी पैरों तले जमीन खिसकी दिख रही है। दबी जुबान से अब यह चर्चा हॉट बाजार गर्म हो उठी है कि क्या आखिर लालगंज भी इन होटलों की मनमानी के चलते देह व्यापार की चिंगारी में सुलगने की ओर है। जिले में जुर्म और जरायम पर मौजूदा एसपी का रसूख खुलकर बोल रहा है।ऐसे में अब यह लाजमी है कि लालगंज नगरीय क्षेत्र या उससे सटे इलाकों में संचालित हो रहे होटलों की भी निगरानी का तंत्र मजबूत बनाया जाना चाहिए। होटलों के मानक को लेकर भी सरकार व प्रशासन की आंख न खुलना अब लालगंज नगरीय क्षेत्र के साथ ग्रामीण इलाके के लिए अस्मिता को लेकर खतरे की घंटी का आगाज है। दुष्कर्म की वारदात पुलिसिया जांच को तह तक पहुंचने के लिए जरायम की ओर से एक खुली चुनौती भी आंकी जा रही है।